दुःखद घटना, 16 वर्षीय किशोरी की अचानक मौत से गांव में शोक
समाचार गढ़, 30 अगस्त 2024, श्रीडूंगरगढ़। शेरूणा थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक और दर्दनाक घटना सामने आई, जहां बापेऊ गांव निवासी भगवानाराम बावरी की 16 वर्षीय पुत्री की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। भगवानाराम ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे उनकी पुत्री की तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजन उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। इस मामले की जांच एएसआई ईश्वरसिंह करेंगे।
6 माह बाद दर्ज करवाई रिपोर्ट, बस चालक और कंडक्टर पर लापरवाही का आरोप
समाचार गढ़, 30 अगस्त, श्रीडूंगरगढ़। करीब छह महीने पहले सरदारशहर रोड पर हुई एक बस दुर्घटना के बाद, घायल रमेश धाणका ने गुरुवार को थाने में बस चालक और कंडक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। रमेश, जो विद्युत विभाग में टेक्निशियन हैं, ने बताया कि 7 फरवरी 2024 को, जब वह बस में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे, तभी बस चालक ने अचानक तेज़ गति से बस चला दी, जिससे उनका पैर बस के टायर के नीचे आ गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के बाद, अब उन्होंने चालक और कंडक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बारिश के अलर्ट के चलते जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं की तिथियों में बदलाव
समाचार गढ़, 30 अगस्त, श्रीडूंगरगढ़। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 31 अगस्त से शुरू होने वाली जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं की तिथियों में बदलाव किया है। मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश और जलभराव की आशंका को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। अब खेल प्रतियोगिताएं 8 सितंबर से 12 सितंबर तक और 16 सितंबर से 20 सितंबर तक आयोजित की जाएंगी। वहीं, 23 से 27 सितंबर और 18 से 22 अक्टूबर के बीच होने वाली अन्य प्रतियोगिताओं की नई तिथियां भी निर्धारित की गई हैं। सभी खिलाड़ियों और आयोजनकर्ता विद्यालयों को इस परिवर्तन की सूचना दी गई है ताकि कोई असुविधा न हो।
144वां जयाचार्य निर्माण दिवस व तपस्विनी चंदा देवी के तप का मोमासर में भव्य अभिनंदन
समाचार गढ़, 30 अगस्त, श्रीडूंगरगढ़। तेरापंथ भवन मोमासर में युगप्रधान आचार्य महाश्रमण जी के सानिध्य में 144वां जयाचार्य निर्माण दिवस व तपस्विनी चंदा देवी बोथरा के 9 तप का अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल द्वारा जय स्तुति से किया गया। साध्वी संघ प्रभा जी ने जयाचार्य के विशिष्ट योगदान और उनकी अद्वितीय साहित्यिक कृतियों पर प्रकाश डाला। साध्वी विधि प्रभा जी ने भी जयाचार्य के व्यक्तित्व और कृतित्व की विशेषताओं को प्रस्तुत किया। तपस्विनी चंदा देवी के तप की सराहना करते हुए उन्हें विशेष सम्मान दिया गया। कार्यक्रम में श्रावकों और श्राविकाओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।