समाचार गढ़, 5 अगस्त 2024। एसएफआई श्रीडूंगरगढ तहसील स्तरीय छात्रा कन्वेंशन किसान सभा कार्यालय में आज 5 अगस्त को संपन्न हुआ। इस कन्वेंशन में “वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में छात्राओं के समक्ष चुनौतियां” विषय पर गहन चर्चा की गई।जनवादी महिला समिति की राज्य महासचिव और एसएफआई की पूर्व राज्य संयुक्त सचिव, डॉ. सीमा जैन ने कहा कि भारतीय सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था महिलाओं और छात्राओं को समानता का दर्जा नहीं देती। पर्याप्त संवैधानिक प्रावधानों के बावजूद, महिलाओं और छात्राओं को सामाजिक और राजनीतिक तौर पर समानता का दर्जा नहीं मिल पाता है। ऐसे में अगर छात्राएं स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) में शिक्षा और संघर्ष के नारे के साथ सक्रिय रहते हुए महिला अधिकारों को धरातल पर व्यवहारिक रूप से हासिल करने के लिए काम करती हैं, तो यह निश्चित रूप से सामाजिक परिवर्तन की दिशा में निर्णायक सिद्ध होगा। एसएफआई विद्यार्थियों से आह्वान करती है कि “लड़ो लड़ाई पढ़ने को, पढ़ो समाज बदलने को।”एसएफआई छात्रनेत्री सुमित्रा तूनगरिया ने छात्राओं के खिलाफ हिंसा के विरोध में एसएफआई के पुरजोर समर्थन की बात की और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने का मार्ग दिखाया। सरिता भूंवाल और कविता जाखड़ ने कहा कि राजकीय कन्या महाविद्यालय का भवन स्थानांतरण कॉलेज और उपखंड प्रशासन की उदासीनता के कारण अब तक नहीं हुआ है। राज्य में इसी के साथ बने भवनों में कॉलेज का स्थानांतरण हो चुका है। यदि जल्द भवन स्थानांतरण नहीं होता है, तो एसएफआई कॉलेज के ताला ठोकने का काम करेगी।इस कार्यक्रम में एसएफआई के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश ज्याणी, तहसील सचिव गोपी पूनिया, रामधन, माया बाना, तारा मेघवाल, सरिता भूंवाल, चुकी मेघवाल, लक्ष्मी गर्वा, राधा जाखड़, पूजा कड़वासरा, कविता जाखड़, ममता सोनी, इंद्रा चौहान, सानिया सैनी सहित अनेक एसएफआई की छात्राएं उपस्थित रहीं।
स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा का हुआ शुभारंभ, विधायक ताराचंद सारस्वत ने झाड़ू लगाकर की शुरुआत
समाचार गढ़, 17 सितम्बर, श्रीडूंगरगढ़। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित ‘सेवा पखवाड़ा’ के तहत, श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका मंडल द्वारा स्वच्छता ही सेवा 2024 कार्यक्रम का…