विद्यार्थियों को संस्कारित शिक्षा की आवश्यकता.. महर्षि
मोनिका तावणियाँ मिस फ्रेशर व किशन पूरी बने मिस्टर फ्रेशर
समाचार-गढ़, 16 सितम्बर 2023। वर्तमान समय टेक्नॉलजी का समय है। शिक्षा के स्तर में भी लगातार सुधार होते जा रहे है, आज हर काम मिनटों में पूरा हो जाता है। भारत की शिक्षा में हमारी सभ्यताओं व परम्पराओं के अनुसार संस्कार भरे हुए है। विद्यार्थियों को भी आवश्यक है कि वह संस्कारित शिक्षा ग्रहण करें। जिससे वह वर्तमान परिवेश में हमारी संस्कृति को जीवित रख सकें यह विचार श्रीडूंगरगढ़ महाविद्यालय में शुक्रवार को आयोजित नूतन आगन्तुक विद्यार्थियों के स्वागत समारोह में राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के पूर्व अध्यक्ष श्याम महर्षि ने व्यक्त किये। महर्षि ने कहा कि विद्यार्थी शिक्षा में अपनी रुचि को उसी प्रकार बनाये रखें जिस पर वह अन्य गतिविधियों में रुचि रखता है। महाविद्यालय प्रबंध समिति के उपसचिव रामचंद्र राठी ने कहा कि शिक्षा हर वर्ग के लिए आवश्यक है। समाज शिक्षित होंगा तो समाज में व्याप्त कुरीतियां समाप्त होंगी। उन्होंने युवाओं को शिक्षा के साथ खेल, सांस्कृतिक व अन्य गतिविधियों में भाग लेने की बात कहीं। कार्यक्रम में कला, वाणिज्य वर्ग के विद्यार्थियों द्वारा एकल, सामूहिक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी गई। महाविद्यालय के विनोद सुथार,व्याख्याता डॉ.श्याम सुंदर वर्मा, राजेश मीणा, राजेश सेवग, सुनील आचार्य, डॉ.रामेश्वर ने अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान आयोजित मिस व मिस्टर फ्रेशर प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय के छात्र किशन पूरी मिस्टर फ्रेशर व छात्रा मोनिका तावणियां मिस फ्रेशर चुनी गई। इस दौरान राजस्थान सरकार के निर्देशों अनुसार आयोजित मिशन 2030 प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले विद्यार्थी भूमिका सारस्वत, उर्मिला राजपुरोहित, शिवानी नाहटा व संजय नैण को सम्मानित किया गया।