जीएसएस कर्मी की प्रेरणा बनी काबिले तारीफ झाड़ झंखाड़ से मुक्त हुआ सातलेरा गांव का जीएसएस
समाचार गढ़, श्री डूंगरगढ़ 9 फरवरी 2024 ( सातलेरा से गौरी शंकर सारस्वत की रिपोर्ट) कहते हैं कि इंसान मन में कुछ करने की ठान लेता है तो ऐसा कोई काम नहीं जो असंभव होता है। ऐसा ही करके दिखाया गांव सातलेरा के जीएसएस कर्मी मैनपाल धाणक ने जो काबिले तारीफ है।यहां हाईवे के पास सातलेरा गांव के 33 केवी जीएसएस के चारो तरफ कीकर के पेड़, झाड़ झंखाड़, कंटीली झाड़ियों के कारण आए दिन कृषि कुओं सहित गांव सातलेरा बिग्गा की विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही थी। जीएसएस के अंदर परिसर में भी झाड़ झंखाड़ उग गए थे। जिसके कारण जीएसएस का सौंदर्य ही बिगड़ गया था। साथ ही जीएसएस से निकलने वाली विद्युत लाइनों के नीचे झाड़ झंखाड़ बरसात के समय अर्थिंग पावर के साथ साथ विद्युत आपूर्ति में भी बाधा उत्पन्न कर रहे थे। पिछले कुछ समय पहले इस जीएसएस पर आए कार्मिक मेनपाल धाणक ने झाड़ झंखाड़ से घिरे जीएसएस को झाड़ झंखाड़ से मुक्त करने की मन में ठानी और कृषि कुओं संचालकों सहित ग्रामीणों को प्रेरित करते हुए झाड़ झंखाड़ से घिरे जीएसएस को मुक्त करने का बीड़ा उठाया। जीएसएस कर्मी की प्रेरणा से प्रेरित होकर कृषि कुओं संचालकों सहित ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से राशि इकट्ठा कर जेसीबी मशीन द्वारा जीएसएस के चारों तरफ उगे झाड़ झंखाड़ को हटाकर विद्युत लाइनों सहित जीएसएस को कंटीली झाड़ियों से मुक्त करा दिया है। जीएसएस कार्मिक मैनपाल ने बताया कि जीएसएस के चारों तरफ इस कदर झाड़ झंखाड़ उग गए थे जो विद्युत लाइनों में बाधा उत्पन्न कर रहे थे।
जीएसएस कार्मिक मैनपाल की प्रेरणा काबिले तारीफ बनी और साफ सफाई के बाद 33 केवी जीएसएस का स्वरूप लौट आया।
जीएसएस कार्मिक की प्रेरणा बनी मिसाल झाड़ झंखाड़ से मुक्त हुआ सातलेरा गांव का जीएसएस ।