259 दिन से सड़कों पर आवाज़, लेकिन सत्ता अब भी मौन! श्रीडूंगरगढ़ को ट्रॉमा सेंटर कब मिलेगा इंसाफ?
श्रीडूंगरगढ़, 29 जून।
ट्रॉमा सेंटर निर्माण संघर्ष समिति का अनिश्चितकालीन धरना आज 259वें दिन भी जारी रहा, परंतु सरकार और प्रशासन की चुप्पी अब जनता को व्यथित कर रही है। आज धरने का नेतृत्व समाजसेवी मदन प्रजापत ने किया। धरना स्थल पर पूर्व विधायक गिरधारीलाल माहिया, रामकिशन गावड़िया, नारायण मल, ओमप्रकाश मल, मुखराम नायक, राजेन्द्र स्वामी, व्यापार मंडल के सदस्य मूलाराम साहू, रतनलाल कसवा, विजय मेघवाल, प्रकाशा गांधी और चुनीलाल मौजूद रहे।
धरने में शामिल सभी जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने एक स्वर में आरोप लगाया कि क्षेत्र की लंबे समय से की जा रही मांगों को स्थानीय विधायक द्वारा बार-बार अनदेखा किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर भामाशाह ने सार्वजनिक रूप से ट्रॉमा सेंटर के लिए सहायता की घोषणा की, फिर भी विधायक द्वारा “गारंटी” की मांग करना जनभावनाओं का अपमान है। इससे ऐसा आभास होता है कि कहीं विधायक ट्रॉमा सेंटर को श्रीडूंगरगढ़ से हटाकर अन्यत्र स्थापित करवाने की मंशा तो नहीं रखते?
धरनार्थियों ने सरकार से स्पष्ट और शीघ्र निर्णय लेने की अपील करते हुए कहा कि यह ट्रॉमा सेंटर सिर्फ एक भवन नहीं, बल्कि हजारों लोगों की जीवन रक्षा का आधार है। अब देर और अनदेखी, जनता के धैर्य की परीक्षा है।










