
समाचार गढ़, 7 मार्च, श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ में पानी संकट गहराने लगा है और हालात कोढ़ में खाज जैसे होते जा रहे हैं। जलदाय विभाग की उदासीनता और ठेकेदार की लापरवाही ने आमजन की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। जहां लोगों को एक-एक बूंद के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, वहीं कालुबास स्थित वार्ड एक के जलहौद से हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है।
न ठेकेदार को परवाह, न विभाग को चिंता
मोहल्लेवासियों का आरोप है कि ठेकेदार ने पहले से कार्यरत कर्मचारी को हटा दिया और उसकी जगह नया व्यक्ति रखा, जो ड्यूटी से अक्सर गायब रहता है। पहले जो कर्मचारी 24 घंटे जिम्मेदारी निभाता था, अब उसकी गैरमौजूदगी से पेयजल सप्लाई बाधित हो रही है। आलम यह है कि स्विच रूम और मोटर रूम में अक्सर ताले लटके रहते हैं और जलहौद भर जाने के बावजूद पानी की सप्लाई नहीं हो रही।
नोटिस के बावजूद लापरवाह ठेकेदार, प्रशासन मौन
कुछ दिन पहले ही जलदाय विभाग ने ठेकेदार को ट्यूबवेल दुरुस्त नहीं करने पर नोटिस जारी किया था, लेकिन अब उसकी पेयजल सप्लाई में लापरवाही भी सामने आ रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि ठेकेदार पर प्रशासन या विभाग का कोई दबाव नहीं है, क्योंकि लगातार शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
मोहल्लेवासियों में आक्रोश, समाधान कब?
लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है, लेकिन उनकी समस्या का समाधान कब होगा, यह बड़ा सवाल बना हुआ है। भीषण गर्मी के इस दौर में जब पानी की हर बूंद कीमती है, तब जलदाय विभाग की अनदेखी और ठेकेदार की मनमानी आमजन के लिए परेशानी का सबब बन गई है। प्रशासन कब जागेगा और इस लापरवाही पर कार्रवाई होगी, यह देखना बाकी है।