
समाचार गढ़ 17 जनवरी 2025। आजकल वजन कम करने के लिए लोग अपनी डाइट से रोटी और अन्य कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार हटाने लगे हैं। लेकिन क्या यह सही तरीका है? विशेषज्ञों की राय में, रोटी और कार्बोहाइड्रेट को पूरी तरह से डाइट से बाहर करना फायदे के साथ-साथ नुकसान भी पहुंचा सकता है।
रोटी छोड़ने के शुरुआती फायदे
- कम सूजन: रोटी छोड़ने के शुरुआती दिनों में शरीर में सूजन कम हो सकती है।
- एनर्जी में सुधार: कम कार्बोहाइड्रेट के कारण आप हल्का और ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं।
- चेहरा पतला दिख सकता है: पानी की कमी के कारण चेहरे पर पतलापन नजर आ सकता है।
रोटी छोड़ने के दीर्घकालिक नुकसान
- मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ना: पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट न मिलने पर शरीर एनर्जी के लिए प्रोटीन को तोड़ता है, जिससे मसल्स लॉस होती है।
- पाचन समस्याएं: फाइबर की कमी से कब्ज और अन्य पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
- थकान और कमजोरी: कार्बोहाइड्रेट शरीर और दिमाग के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। इसकी कमी से थकान और ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत हो सकती है।
- ब्लड शुगर पर असर: कार्बोहाइड्रेट कम होने से ब्लड शुगर स्थिर रह सकता है, लेकिन लंबे समय तक इसकी कमी से शारीरिक गतिविधियों में कमजोरी आ सकती है।
क्या करें?
- संतुलन बनाएं: रोटी और कार्बोहाइड्रेट का पूरी तरह त्याग करने की बजाय, उनकी मात्रा कम करें।
- फाइबर का ध्यान रखें: साबुत अनाज की रोटियां चुनें, जिनमें फाइबर ज्यादा हो।
- प्रोटीन और हेल्दी फैट शामिल करें: एनर्जी बनाए रखने के लिए संतुलित आहार लें।
- विशेषज्ञ से सलाह लें: अपनी डाइट में बदलाव करने से पहले डॉक्टर या डाइटीशियन से परामर्श करें।
रोटी को डाइट से हटाना केवल तात्कालिक लाभ दे सकता है, लेकिन यह आपके स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक असर डाल सकता है। सही आहार और संतुलित जीवनशैली से ही आप स्वस्थ और फिट रह सकते हैं।