समाचारगढ़ 16 सितम्बर 2024 महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या साध्वी संघ प्रभाजी ठाना 3 के सानिध्य में आचार्य भिक्षु का 222 वन चरमोत्सव का भव्य आयोजन तेरापंथ भवन मोमासर में किया गया कार्यक्रम का मंगलाचरण तेरापंथ महिला मंडल द्वारा अलख जगावा स्वामी जी रे नाम री सुमधुर स्वर लहरी से किया गया साध्वी संघ प्रभा जी ने अपने आराध्य की उत्कीर्तना करते हुए अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा जीवन संग्राम के महान योद्धा थे आचार्य भिक्षु उन्होंने एक सैनिक की तरह है ।संसार समरांगण के हर मोर्चे पर असंयम को पराजित कर संयम का वर्चस्व स्थापित किया उन्होंने अपने गहन तत्वज्ञान एवं सुधाचार के बल पर सत्य के लिए संघर्ष किया इस संघर्ष ने तेरापंथ को जन्म दिया उन्हें न केवल आहार पानी एवं स्थान की बड़ी कठिनाइयां झेलनी पड़ी थी अपितु उन्हें मारने तक की धमकी भी दी गई किंतु उन्होंने कभी हार नहीं मानी इसी श्रृंखला में साध्वी प्रांशु प्रभा ने तेरापंथ के आध्यप्रणेता भिक्षु तुम्हें प्रणाम करें कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की करते हुए आचार्य भिक्षु को विलक्षण एवं आस्था श्रृद्धाशील आचार्य बताया इसी क्रम में पुष्पा देवी पटावरी ने आचार्य भिक्षु के तेरापंथ की स्थापना के विचार को संक्षिप्त में प्रस्तुत किया कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए साध्वी विधि प्रभा जी ने संत भिकण भिक्षु को व्याख्यायित करते हुए उन्हें सत्य के पथिक धैर्य से संपन्न आचार्य बताते हुए अपने आराध्य को भावांजलि अर्पित की कार्यक्रम में श्रावक श्राविकाओं की अच्छी उपस्थिति रही।
मुमुक्षु भीखमचन्द नखत का मंगल भावना कार्यक्रम आयोजित मुमुक्षु दीक्षित होकर गुरु इंगित की आराधना करते रहें: साध्वी कुंथुश्री
समाचारगढ़ 9 अक्टूबर श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ साध्वी सेवा केंद्र में वयोवृद्ध साध्वियों के दर्शनार्थ पहुंचे मुमुक्षु भीखमचन्द नखत को सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी कुंथुश्री ने मंगल उद्बोधन प्रदान करते हुए कहा…