समाचार गढ़, 28 मई, श्रीडूंगरगढ। आज जिला प्रभारी सचिव नवीन जैन श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के दौरे पर है। जैन सुबह कितासर गांव जाकर गौशाला, पीएचसी कितासर का निरीक्षण भी किया।
दोपहर में जैन श्रीडूंगरगढ़ उपजिला अस्पताल का निरिक्षण किया
आपको बता देवें की प्रदेश भर में सरकार के निर्देशो पर जिला प्रभारी सचिव अपने-अपने जिलों में भीषण गर्मी के दौर में अस्पताल व्यवस्थाओं व गौशालाओं में चारे पानी के प्रबंध का निरीक्षण कर रहें है। और आज जिला प्रभारी सचिव नवीन जैन श्रीडूंगरगढ़ के दौरे पर है। जिला प्रभारी सचिव नवीन जैन श्रीडूंगरगढ़ पहुंचकर उपजिला अस्पताल का निरीक्षण किया। जैन ने अस्पताल में लू व तापघात वार्ड का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने लू व तापघात के मरीजों की तुरंत राहत के लिए पर्याप्त प्रबंध करने, दवाईयों की कमी नहीं होने देने के निर्देश दिए। इस दौरान उपखंड अधिकारी उमा मित्तल, चिकित्सालय प्रभारी एसके बिहाणी, ब्लॉक सीएमएचओ जसवंत सिंह सहित सहित मेडिकल स्टाफ मौजूद रहा। इस दौरान कालूबास के नागरिकों ने उनसे पेयजल समस्या समाधान के लिए ज्ञापन दिया। जैन ने पंचायत समिति परिसर में बिजली, पानी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशील होकर पेयजल संबंधी समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान करने के निर्देश दिए।
श्रीडूंगरगढ़ उपजिला अस्पताल के बाद गांव समंदसर पहुंचे
जिला प्रभारी सचिव श्रीडूंगरगढ़ के बाद गांव समंदसर पहुंचे और यहां जल-जीवन मिशन के कार्य का निरीक्षण किया। गांव में पीएचईडी द्वारा जल जीवन मिशन के अतंर्गत बनाई गई 4 हजार लीटर की बड़ी टंकी से हर- घर जल योजना के तहत जलापूर्ति प्रारंभ हो गई है। यहां इससे गांव के करीब 2 हजार घरों में सप्लाई दी जा रही है। प्रभारी सचिव ग्रामीणों से पानी सप्लाई के बारे में जानकारी ली। सरपंच प्रतिनिधि खिंयाराम गोदारा ने गांव में पशुओं के लिए रोजाना खेलियां भरे जाने, पंछियों के लिए पालसिए बांधकर पानी भरने की जानकारी दी। इस पर जैन ने जल व्यवस्था के बारे में संतोष जताया। इस दौरान जिला परिषद सीओ सोहनलाल जाट, उपखंड अधिकारी उमा मित्तल, पोकर पूजारी सहित अनेक अधिकारी व ग्रामीण मौजूद रहें।
जिला प्रभारी सचिव ने वृक्षारोपण और वर्षा सरंक्षण का दिया संदेश
श्रीडूंगरगढ़ उपखंड अधिकारी उमा मित्तल ने बताया कि जिला प्रभारी सचिव नवीन जैन ने क्षेत्र के नागरिकों को वृक्षारोपण करने और वर्षाजल सरंक्षण पर ध्यान देने का संदेश दिया है। जैन ने कहा कि भूमिगत जलस्तर लगातार गिर रहा है। ये एक सीमा के बाद समाप्त हो जाएगा और ऐसे में घरों, खेतों, गौशालाओं में बरसात का पानी संरक्षण करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने सीओ सोहनलाल जाट को भी नरेगा के तहत वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम डवलप करने के बारे में कार्य करने के निर्देश दिए। उमा मित्तल ने बताया कि जैन ने गौशालाओं में भी वर्षाजल संरक्षण करने के लिए व्यवस्थाएं करने की बात कितासर, श्रीडूंगरगढ़ व समंदसर में कही। उन्होंने वृक्षारोपण कार्यक्रमों को हर घर तक पहुंचाने व प्रति व्यक्ति को पेड़ लगाने और पेड़ों का संरक्षण करने के लिए प्रयास करने की बात कही।