आयुर्वेदिक औषधालय का होगा शुभारम्भ…
समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। भारतीय इतिहास में आयुर्वेद का बड़ा महत्व है पौराणिक काल से आयुर्वेद चिकित्सा से विभिन्न असाध्य रोगों का इलाज होता आया है।आयुर्वेद के जनक महर्षि चरक द्वारा रचित चरक संहिता एक प्रसिद्ध आयुर्वेद ग्रन्थ है। इसमें रोगनाशक एवं रोगनिरोधक दवाओं का उल्लेख है तथा सोना, चाँदी, लोहा, पारा आदि धातुओं के भस्म एवं उनके उपयोग का वर्णन मिलता है।उसी आयुर्वेद को
कस्बे की प्रमुख संस्था महाप्रज्ञ जन कल्याण केंद्र(तेरापंथ भवन,ऊपरलो) अपने जनकल्याण कार्यो में वृद्धि करते हुए आमजन हितार्थ महाप्रज्ञ आयुर्वेदिक औषधालय के संचालन का शुभारंभ कर रहा है।
भवन के मुख्य ट्रस्टी रिद्धकरण लूणिया ने जानकारी देते हुए बताया कि 4 अप्रैल महावीर जन्मोत्सव के पावन दिन सुबह 10:15 बजे महाप्रज्ञ आयुर्वेदिक औषधालय का शुभारंभ किया जाएगा। इस कार्यक्रम में डॉ. नरेंद्र शर्मा, अतिरिक्त निदेशक आयुर्वेद विभाग मुख्य अतिथि, डॉ. घनश्याम रामावत, उप निदेशक आयुर्वेद विभाग और डॉ. रामकुमार शर्मा, सहायक निदेशक आयुर्वेद विभाग विशिष्ट अतिथि और वैद्य ओपी गौड़, आयुर्वेदाचार्य सम्मानित अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इस औषधालय का लोकार्पण समाजसेवी बजरंगलाल सेठिया द्वारा किया जाएगा। रिद्धकरण लूणिया ने बताया कि औषधालय में डॉ. कोमल द्वारा अपनी सेवाएं दी जाएगी।औषधालय का संचालन प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक होगा।

