श्रीडूंगरगढ। श्रीडूंगरगढ़ जैन तेरापन्थ समाज द्वारा भगवान महावीर के 2622वें जन्म कल्याणक दिवस पर सोमवार को सुबह 8 बजे प्रभात फेरी निकाली जाएगी और उसके बाद मालू भवन में कार्यक्रम आयोज्य है। भगवान महावीर द्वारा अनेकांत सहित अनेकों अवदान अपनी वाणी द्वारा जन-जन को दिए गए जो आज वर्तमान समय में प्रासंगिक है। ऐसे महापुरुष की जैन समाज 24वें तीर्थंकर के रूप में आराधना करता है और उनके गुणों का यशोगान गाता है, जो अवश्य रूप से होना भी चाहिए। परन्तु इसके साथ श्रीडूंगरगढ के जैन समाज को एक स्थान की तरफ भी ध्यान आकृष्ट करना होगा जो ना सिर्फ जैन समाज के लिए अपितु सकल कस्बे के लिए गौरव की बात है। और वह स्थान है घुमचक्कर का महावीर कीर्ति स्तम्भ। राष्ट्रीय राजमार्ग 11 पर अवस्थित यह महावीर कीर्ति स्तम्भ भगवान महावीर के गुणों को जीवन में लाने और श्रेष्ठ मानव बनने की प्रेरणा देने वाला है परन्तु वर्तमान में उपेक्षा के आंसू बहा रहा यह सर्किल जैन समाज जैसे धनाढ्य वर्ग के लिए सवाल लेकर खड़ा है। इस कस्बे के विकास में योगभूत बनने वाले इस समाज को शीघ्र ही इस बारे में अवगति लेकर भगवान महावीर के इस कीर्ति स्तम्भ का जीर्णोद्धार करवाकर महावीर के अवदानों को व्यापक बनाने के लिए आगे आना चाहिए।