जयपुर। भाजपा BJP के 6 अप्रेल को स्थापना दिवस पर प्रदेश की सभी विधानसभा पर शक्ति केन्द्रों का सम्मेलन व पन्ना प्रमुखों की विधिवत नियुक्ति होगी। इसके साथ ही पार्टी की ओर से कई अन्य कार्यक्रम भी किए जाएंगे। इसकी तैयारियां शुरू की जा चुकी हैं और इसके लिए नेताओं को जिम्मेदारियां भी बांटी जा चुकी है। इसके अलावा गहलोत सरकार को हटाने के लिए 11 लाख कार्यकर्ताओं की फौज को तैयार किया जा रहा है।
52 हजार बूथों तक पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति का लक्ष्य —
प्रदेश में भाजपा का 52 हजार बूथों तक पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति का लक्ष्य है। इनमें 11 लाख कार्यकर्ताओं को दायित्व दिया जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी की ओर से इन दिनों पन्ना प्रमुखों के सम्मेलनों का आयोजन चल रहा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने अभी हाल ही में श्रीगंगानगर जिले में बींझबायला देहात मंडल के शक्ति केंद्र मांजूवास-नरसिंहपुरा के बूथ संख्या 222 पर भाजपा के प्रदेश स्तरीय पन्ना प्रमुख नियुक्ति अभियान का शुभारंभ किया। वहीं प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर ने जयपुर के बस्सी व जमवारामगढ़, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने उदयपुर, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने चूरू जिले में पन्ना प्रमुख नियुक्ति कार्यक्रमों का शुभारंभ किया।
मिशन 2023 का टारगेट—
भाजपा की हाल ही में कई विधानसभा सीटों पर जीत में बूथ कार्यकर्ता और पन्ना प्रमुखों को अहम योगदान है, अब 2023 में राजस्थान में भी भाजपा की प्रचण्ड बहुमत की सरकार बनाने के लिए बूथ कार्यकर्ता और पन्ना प्रमुखों की महत्वपूर्ण भूमिका तैयार की जा रही है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा भी हैं कि , 11 लाख कार्यकर्ताओं की यह फौज राजस्थान की भ्रष्टाचारी और दम्भी कांग्रेस सरकार का सामना करने के लिए तैयार होगी और 2023 में कांग्रेस की जनविरोधी अशोक गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। पन्ना प्रमुख की नियुक्ति से प्रदेश में भाजपा का मजबूत संगठन खड़ा होगा और एक मजबूत संगठन ही राष्ट्र निर्माण की मजबूत संरचना को साकार कर सकता है। भाजपा संगठन की ताकत बूथ का प्रत्येक कार्यकर्ता है।