समाचार गढ़, 09 जून, श्रीडूंगरगढ़। डायबिटीज कहने को तो एक आम बीमारी है, पर यह बहुत खतरनाक है। डायबिटीज कई संभावित जटिलताओं का कारण बन सकती है। डायबिटीज अपने साथ कई प्रकार की समस्याएं लेकर आती है जैसे कि किडनी की प्रॉब्लम, हार्ट की प्रॉब्लम, डायबिटीज न्यूरोपैथी या डायबिटिक एमियोट्रॉफी।
इस आर्टिकल में हम बात करेंगे डायबिटिक एमियोट्रॉफी की, जो डायबिटीज न्यूरोपैथी का एक दुर्लभ प्रकार है। यह केवल डायबिटीज से ग्रसित मरीजों को ही प्रभावित करता है।
डायबिटिक एमियोट्रॉफी शरीर की नसों को नुकसान पहुंचाती है। जिसमें कूल्हा,नितंब, जांघ और पैर की नसे शामिल हैं। कभी-कभी यह चेस्ट और पेट को भी प्रभावित करता है।इस आर्टिकल में जानते हैं इसके कारण, लक्षण और उपचार के बारे में।
डायबिटिक एमियोट्रॉफी के कारण
डायबिटिक एमियोट्रॉफी का मुख्य कारण लंबे समय तक शरीर में रक्त शर्करा का उच्च स्तर बने रहना है। जब रक्त शर्करा का स्तर बहुत अधिक होता है, तो यह नसों को नुकसान पहुंचा सकता है और नसों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इस स्थिति के खराब होने में कमजोर मेटाबॉलिज्म और शरीर में रक्त संचार ठीक न होना भी शामिल हो सकते हैं।
डायबिटिक एमियोट्रॉफी के लक्षण
डायबिटिक एमियोट्रॉफी का मुख्य कारण लंबे समय तक शरीर में रक्त शर्करा का उच्च स्तर बने रहना है। जब रक्त शर्करा का स्तर बहुत अधिक होता है, तो यह नसों को नुकसान पहुंचा सकता है और नसों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इस स्थिति के खराब होने में कमजोर मेटाबॉलिज्म और शरीर में रक्त संचार ठीक न होना भी शामिल हो सकते हैं।
डायबिटिक एमियोट्रॉफी के लक्षण
डायबिटिक एमियोट्रॉफी के लक्षण अलग होते हैंए जो इस प्रकार हो सकते हैं, जैसे किः
1.नसों में दर्द होना
2.कूल्हे, जांघ या नितंब में तेज दर्द होना
3.पेट दर्द होना
4.जांघ की मांसपेशियों में कमजोरी होना
5.थोड़ी देर तक खड़े रहने में समस्या होना
डायबिटिक एमियोट्रॉफी से बचाव
डायबिटिक एमियोट्रॉफी की समस्या केवल डायबिटीज के मरीजों को ही होती है। इसे रोकने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जितना संभव हो उतना अपने डायबिटीज पर नियंत्रण बनाए रखें।
फिजिकल थेरेपी लें
फिजिकल थेरेपी भी आपको इस समस्या में आराम दे सकती है। ये थेरेपी आपकी मांसपेशियों बेहतर बनाए रखने और बेहतर काम करने में आपकी मदद कर सकती है।
एक्सरसाइज करें
डायबिटिक एमियोट्रॉफी से बचाव के लिए घर पर भी योग, एक्सरसाइज या वॉक करें।इससे भी आपकी मांसपेशिया मजबूत होगी और दर्द में आराम मिलेगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।