समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़, 24 दिसंबर 2024 स्थानीय वसुंधरा नगर स्थित सृजन पब्लिक स्कूल में आज तालुका विधिक सेवा समिति श्रीडूंगरगढ़ द्वारा मानवाधिकार पर संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रिंसिपल लीलाधर सारस्वत ने की। अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा कि बालिकाओं को न केवल शिक्षा में आगे बढ़ना चाहिए, बल्कि व्यवहार कुशलता भी विकसित करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि असहजता महसूस होने पर बालिकाओं को तुरंत अपने अभिभावकों और शिक्षकों को जानकारी देनी चाहिए और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
मुख्य अतिथि, बार संघ अध्यक्ष सत्यनारायण प्रजापत ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग रहना चाहिए। उन्होंने शिक्षा के प्रति समर्पण और मानवाधिकार हनन का विरोध करने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि गरीब और निर्धन व्यक्तियों को न्याय दिलाने के लिए विधिक सेवा समितियां कार्यरत हैं।
अतिथि वक्ता, बार के मीडिया प्रभारी और सेंट्रल नोटेरी पुखराज तेजी ने मानवाधिकार के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि निजता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार और वाक-अभिव्यक्ति का अधिकार हर व्यक्ति को जन्म से मिलते हैं। उन्होंने सेवा भावना से विद्यार्थियों के नोटेरियल डॉक्यूमेंट्स नि:शुल्क बनाने का वादा भी किया।
न्यायालय के अभियोजन अधिकारी सपन कुमार ने घरेलू हिंसा के विभिन्न पहलुओं को समझाया। उन्होंने बताया कि यदि पति, सास, ससुर या पिता किसी महिला के साथ मारपीट करते हैं, घर का खर्च नहीं उठाते, या शराब पीकर पैसे बर्बाद करते हैं, तो यह घरेलू हिंसा के दायरे में आता है। उन्होंने महिलाओं को न्यायालय में निशुल्क विधिक सहायता लेने की जानकारी दी।
कार्यक्रम में तालुका विधिक समिति के सचिव जगदीश और अधिवक्ता जयप्रकाश मीणा ने बच्चों को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ के विषय में जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में शाला के प्रिंसिपल प्रमोद सारस्वत ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस आयोजन में सैकड़ों विद्यार्थी और शिक्षक उपस्थित रहे।