समाचार गढ़, 3 जनवरी 2025। श्रीडूंगरगढ़ तहसील के उचित मूल्य दुकानदारों ने प्रवर्तन निरीक्षक पर मानसिक और आर्थिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। दुकानदारों का कहना है कि उन्हें विभागीय कमियों के लिए दोषी ठहराया जा रहा है और अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। अपनी शिकायतों को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री, खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री, और स्थानीय विधायक सहित प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है।
क्या हैं विक्रेताओं की शिकायतें?
दुकानदारों का आरोप है कि 2016-17 में रसद विभाग द्वारा बनाए गए राशन कार्डों में हुई त्रुटियों का दोष उन पर डाला जा रहा है, जबकि यह पूरी प्रक्रिया विभाग द्वारा ही संचालित थी। विक्रेताओं का कहना है कि आधार सीडिंग और ई-केवाईसी प्रक्रियाओं में हो रही देरी से उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है।
इसके अलावा, बार-बार नोटिस जारी कर दुकान संचालन में बाधा डाली जा रही है। फरवरी 2024 से पहले कमीशन का नियमित हिसाब दिया जाता था, लेकिन अब इसमें भी अनियमितता बरती जा रही है।
सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी
दुकानदारों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे सामूहिक रूप से इस्तीफा देने को मजबूर होंगे। तहसील अध्यक्ष शुभकरण बिश्नोई और अन्य प्रमुख राशन विक्रेताओं ने इस दौरान अपनी नाराजगी जाहिर की।
ज्ञापन सौंपने के दौरान उपस्थित विक्रेता
इस विरोध प्रदर्शन में शुभकरण बिश्नोई, लक्ष्मीनारायण तावनियाँ, विकास प्रजापत, बजरंगलाल स्वामी, विक्रम सिंह झंझेऊ, प्रभुसिंह जोधासर, बीरबलराम गुसाईंसर बड़ा, कालूराम धनेरू, सहीराम कितासर, रामकिशन बाना, भागीरथ समंदसर, प्रकाश दुसाद, रतनलाल सालासर, नानूराम माली, गौतम मारु और शुभकरण माली समेत अनेक राशन डीलर मौजूद रहे। दुकानदारों ने प्रशासन से जल्द से जल्द उनके मुद्दों का समाधान करने की अपील की है।