
भारती निकेतन कृषि स्कूल में प्रायोगिक ज्ञान की उड़ान – प्रयोगशाला का शुभारंभ
समाचार गढ़, 5 जुलाई 2025, श्रीडूंगरगढ। शिक्षा केवल किताबों तक सीमित न रह जाए, विद्यार्थी प्रयोगों से भी सीखें – इसी सोच को साकार करते हुए शुक्रवार को भारती निकेतन कृषि विद्यालय में बीकानेर संभाग की सबसे बड़ी कृषि प्रयोगशाला का शुभारंभ किया गया।
संस्थान के संचालक ओमप्रकाश स्वामी ने फीता काटकर लैब का उद्घाटन किया और जानकारी दी कि अब छात्र दूध, मृदा और पानी के नमूनों की वैज्ञानिक जांच कर सकेंगे। वे दूध में यूरिया, डिटर्जेंट, चॉक पाउडर जैसी मिलावट को पहचानना सीखेंगे। इसके अलावा फलों के पेड़ों पर ग्राफ्टिंग, बडिंग और कलम लगाना जैसी कृषि तकनीकें भी विद्यार्थी खुद प्रयोग के ज़रिये समझेंगे।
स्वामी ने बताया कि यहां 11वीं-12वीं के छात्रों को कृषि फाउंडेशन के साथ JET, ICAR-CUET और BHU जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की गहन तैयारी भी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में यहां से कई छात्रों का चयन JET में हो चुका है और वे अब सरकारी कृषि कॉलेजों में अध्ययनरत हैं। छात्राओं को 30,000 रुपये तक की छात्रवृत्ति भी उपलब्ध है।
स्वामी ने कहा कि भारती निकेतन को पूरे बीकानेर संभाग का अग्रणी कृषि संस्थान बनाने का सपना जल्द ही साकार होगा। उद्घाटन कार्यक्रम में भारती निकेतन स्कूल, कॉलेज, कोचिंग और डिफेंस एकेडमी के स्टाफ ने माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह की शुरुआत की और विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं।
अब यहां सिर्फ पढ़ाई नहीं, खेती के विज्ञान का भी होगा गहराई से अभ्यास।



