समाचार गढ़, 27 जून, श्रीडूंगरगढ़। ट्यूमर के कई तरह के लक्षण होते हैं, जिसमें से आंखों में भी दिखाई दे सकते हैं। दिमाग में ट्यूमर होने पर आंखों की रोशनी में कई तरह के बदलाव आ सकते हैं। यह बदलाव ट्यूमर के स्थान, आकार और बढ़ने की स्पीड पर निर्भर करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ट्यूमर दिमाग के उन हिस्सों पर दबाव डाल सकता है जो देखने के लिए जिम्मेदार होते हैं या उनके काम में रुकावट पैदा कर सकता है।
विजुअल फील्ड लॉस
ब्रेन ट्यूमर के मरीजों को पेरिफेरल विजन लॉस या ब्लाइंड स्पॉट (स्कोटोमास) हो सकता है। यह लक्षण अक्सर पिट्यूटरी ग्रंथि में या उसके आसपास स्थित ट्यूमर से जुड़े होते हैं, जो ऑप्टिक काइज़्म को दबा सकते हैं, जिससे बिटेंपोरल हेमियानोप्सिया हो सकती है।
धुंधला या दोहरा दिखना
धुंधला या दोहरा दिखना (डिप्लोपिया) दिमाग के ट्यूमर के कारण आंख में होने वाली सबसे आम गड़बड़ी में से एक है। क्रेनियल नर्व्स को प्रभावित करने वाले ट्यूमर आंखों की मूवमेंट कंट्रोल करने वाली मसल्स में दिक्कत कर सकते हैं। जिससे आंखों से दोहरा दिखना शुरू हो सकता है।
दिखना बंद होना
दिमाग का ट्यूमर अपनी जगह के आधार पर आधा या पूरा दिखना बंद होने का कारण बन सकता है। ऑप्टिक नर्व्स (ऑप्टिक ग्लिओमा) के पास मौजूद ट्यूमर सीधे नर्व्स को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे एक या दोनों आंखों की रोशनी जा सकती है। इसके साथ ओसीसीपिटल लोब में ट्यूमर दिखने की समस्या का कारण बन सकता है।
विजुअल डिस्टोर्शन और हेलुसिनेशन
टेम्पोरल या ओसीसीपिटल लोब में ब्रेन ट्यूमर विजुअल डिस्टोर्शन का कारण बन सकता है। जैसे कि लहराती रेखाएं या टिमटिमाती रोशनी देखना। कुछ मामलों में मरीजों को विजुअल हेलुसिनेशन का अनुभव हो सकता है, इसमें उन चीजों व शेप दिख सकती हैं जो वास्तव में मौजूद नहीं हैं।
निस्टाग्मस और पैपिलिडीमा
आंखों का अपने आप हिलना निस्टाग्मस कहलाता है। यह ब्रेन ट्यूमर का लक्षण है जो ब्रेन स्टेम या सेरीबेलम में ट्यूमर का बताता है। इंट्राक्रैनियल दबाव बढ़ने के कारण ऑप्टिक डिस्क की सूजन को पैपिलिडीमा कहते हैं। यह स्थिति आंखों की जांच के दौरान देखी जा सकती है और दिखने में अस्थायी दिक्कत पैदा कर सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।