समाचार गढ़, 11 जनवरी 2025। सिगरेट पीने का शौक लोगों को गंभीर बीमारियों की ओर धकेल रहा है। तनाव कम करने के नाम पर सिगरेट पीने वाले यह नहीं समझ पाते कि यह आदत न केवल उनके फेफड़ों को बल्कि उनके दिल को भी कमजोर कर रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि सिगरेट से तनाव कम करने का दावा पूरी तरह से झूठ है। बल्कि, यह दिल के रोगों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है।
सिगरेट से दिल पर असर
सिगरेट में मौजूद निकोटिन दिल की धमनियों को संकुचित कर देता है, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है। यह स्थिति दिल में ब्लॉकेज और दिल के दौरे का खतरा बढ़ा देती है। सिगरेट की लत से दिल की नसों में स्टंट लगवाने जैसी गंभीर स्थितियां भी पैदा हो सकती हैं।
फेफड़ों पर असर
सिगरेट में कार्बन मोनोक्साइड और टार जैसे रसायन होते हैं, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। यह रसायन दिल की धमनियों को भी कमजोर कर देते हैं, जिससे दिल की धड़कनें बंद होने का खतरा बढ़ जाता है।
तनाव और सिगरेट: भ्रम और सच्चाई
सिगरेट से तनाव कम करने का दावा केवल एक मानसिक भ्रम है। यह आदत उल्टा दिल और फेफड़ों पर हानिकारक प्रभाव डालती है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ता है।
सिगरेट छोड़ने के उपाय
1. सिगरेट छोड़ें: सिगरेट छोड़ने से दिल और फेफड़ों की सेहत में सुधार होता है।
2. नियमित व्यायाम करें: रोजाना व्यायाम करने से दिल की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
3. स्वस्थ आहार लें: फल, सब्जियों और पोषणयुक्त भोजन से दिल को मजबूती मिलती है।
4. तनाव प्रबंधन करें: योग और मेडिटेशन जैसी तकनीकों से तनाव को नियंत्रित किया जा सकता है।
सिगरेट की लत से बचें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर अपने दिल और फेफड़ों को सुरक्षित रखें।