समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। शहर में विद्या भारती के माध्यम से दो सुन्दर विद्यालय संचालित हैं। मालीदेवी कोडामल बाहेती बालिका विद्यालय के परिसर में सावित्री देवी जुगलकिशोर मूंधड़ा परिवार ने सेवा- कुंज नाम से 15 विशाल कमरों तथा सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त सुन्दर
बालिका छात्रावास का निर्माण करवाया है। गुरुवार को पूर्वाह्न में समारोह पूर्वक सेवा- कुंज का लोकार्पण समारोह सम्पन्न हुआ।
15 बड़े बड़े कमरों वाले इस बालिका छात्रावास में 120- 130 बालिकाएं रहकर अध्ययन कर सकती हैं। वर्तमान में यहां विभिन्न क्षेत्रों से आई 23 बालिकाएं रह रही हैं। लोकार्पण अवसर पर सेवा भारती के प्रांतीय संगठन मंत्री, सरूपदान ने कहा कि जो हम कर रहे हैं, वही सेवा भारती का परिचय है। सेवा भावना से होती है और वह कहीं से भी प्रारंभ हो सकती है। 1989 में केशव बलिराम हेडगेवार की जन्म शती के अवसर पर सेवा भारती संस्था अस्तित्व में आई।
छात्रावास निर्माता परिवार के मनोज मूंधड़ा ने कहा कि हमें यह सेवा का अवसर प्रदानकर सेवा भारती ने हमें धन्य कर दिया है। हमें इस संगठन से जुड़े सभी स्थानीय कार्यकर्ताओं का भरपूर सहयोग मिला है।
निर्मात्री सावित्री देवी मूंधड़ा को सेवा भारती समिति की ओर से प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। जुगलकिशोरजी मूंधड़ा के सुपुत्र मनोज मूंधड़ा, उनकी धर्म पत्नी अजंता मूंधड़ा, मुकेश मूंधड़ा और मनीष मूंधड़ा को भी प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। सम्मान की श्रृंखला में हनुमान प्रसाद मूंधड़ा, सरोज देवी मूंधड़ा, शिवरतन मूंधड़ा, सरला पेड़ीवाल, का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम का सुन्दर संचालन शिक्षक लक्ष्मी नारायण भादू ने किया। आभार इन्द्र चंद तापड़िया ने ज्ञापित किया। समारोह के गणमान्य जनों में सेसोमूं स्कूल के जगदीश जी मूंधड़ा तथा प्रिन्सिपल मनोज अग्रवाल, भीखमचंद तापड़िया, डाॅ नारायण बिहानी, पूर्व चेयरमैन शिव प्रसाद स्वामी, श्रवणकुमार गुरनाणी, जगदीश स्वामी, डाॅ चेतन स्वामी, तोलाराम जाखड़, आशाराम पारीक, ललित बाहेती, कुंभाराम घिंटाला, सुभाष आर्य, महेश माली, सहीराम जाट, भंवरलाल दूगड़, सुरेश भादानी आदि उपस्थित थे।






