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दीक्षा स्वयं के द्वारा स्वयं की खोज-साध्वी सम्पूर्णयशा। मालू भवन में दीक्षा मंगलभावना समारोह

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समाचार-गढ़, 24 अक्टूबर 2023, श्रीडूंगरगढ़। स्थानीय मालू भवन में सेवा केन्द्र व्यवस्थापिका डॉ. साध्वीश्री संपूर्णयशा के सान्निध्य में जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के तत्वावधान में राजलदेसर निवासी 77 वर्षीय प्रतिभाधारी श्रावक मुमुक्षी धनराज बैद के श्रीडूंगरगढ़ आगमन पर मंगल भावना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें समाज की सभी संस्थाओं के प्रतिनिधि व अनेक वरिष्ठ श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति रही। विदित रहे मुमुक्षु श्रावक धनराज बैद को आगामी 22 नवम्बर 2023 को मुम्बई में आचार्यश्री महाश्रमण अपने कर कमलों से जैन मुनि दीक्षा प्रदान करेंगे। मुमुक्षु धनराज बैद ने जैन श्रावक की 11 प्रतिमाओं की दुष्कर साधना को सान्नद सम्पन्न किया है। जिसका काल मान साढ़े पांच वर्ष का होता है।
कार्यक्रम में डॉ. साध्वी सम्पूर्णयशा ने कहा कि केवल वेश परिवर्तन का नाम दीक्षा नहीं है। केवल धार्मिक अनुष्ठानों से जुड़ने का नाम दीक्षा नहीं है। दीक्षा स्वयं के द्वारा स्वयं की खोज है। दीक्षा प्रदर्शन नहीं अपितु प्रयोग है। दीक्षा एक आध्यात्मिक उपक्रम है। जो मनुष्य को अधर्म से, अज्ञान से, प्रमाद से व आसक्ति से बचाता है। मुमुक्षु धनराज बैद उम्र के आठवें दशक में संयम जीवन को अंगीकार कर रहे है जो एक विश्मयकारी बात है। उनका सम्पूर्ण जीवन साधना के रंग में रंगा हुआ है। गुरू के प्रति पूर्ण समर्पण व वैराग्य का जागरण दीक्षा में निमित्त बने है। मैं इनके भावी संयम जीवन के प्रति आध्यात्मिक मंगल कामना करती हूं।
तेरापंथ सभा के मंत्री पवन कुमार सेठिया ने मुमुक्षु धनाराज बैद के साधना के सफर को बताते हुए उनके जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों को रेखांकित किया व श्रावक की 11 प्रतिमा की साधना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
मुमुक्षु धनराज बैद ने कहा कि भगवान महावीर का दर्शन बेजोड़ है। हमें उनके शासन में साधना करने का अवसर मिला है। मेरी प्रतिमा की साधना में पूज्यप्रवर का आशीर्वाद साध्वी प्रमुखाजी व अनेक संतो का सहयोग प्राप्त हुआ है। तभी मैं साधना में आगे बढ़ पाया हूं। दीक्षा लेनें से पूर्व में तीर्थयात्रा पर निकला हूं। इसी क्रम में मैं श्रीडूंगरगढ़ आया हूं। बैद ने सभी के प्रति मंगल भावना व्यक्ति करते हुए कहा कि सभी जैन दर्शन के कर्मवाद को गहराई से समझकर 12 व्रती श्रावक बनने का सलक्ष्य प्रयास करें व कषाय को क्षीण करने का प्रयत्न करें।
कार्यक्रम में साध्वी ललित रेखा, साध्वी मेघप्रभा व साध्वी महकप्रभा ने अपने विचारों से प्रस्तुति के माध्यम से संयम जीवन की मंगलकामना व्यक्त की। तेयुप मंत्री दीपक सेठिया, महिला मंडल की मंजु देवी झाबक, ओसवाल पंचायत मंत्री प्रमोद बोथरा, संगीता बच्छावत, पानमल नाहटा व धर्मचन्द बोथरा ने अपने व्यक्तव्य के माध्यम से भावी जीवन के प्रति मंगलभावना व्यक्त की।
कार्यक्रम का प्रारम्भ शांति प्रकाश बाफना के मंगलगीत से हुआ व कार्यक्रम का कुशल संचालन सभा के मंत्री पवन कुमार सेठिया ने किया। समाज की सभी संस्थाओं की तरफ से धनराज बैद का जैन प्रतीक दुपट्टा व धार्मिक साहित्य भेंट कर अभिनन्दन किया गया।

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