आज मार्गशीर्ष शुक्ल, नवमी तिथि है। आज नन्दा नवमी का व्रत भी है। वहीं, आज वरीयान योग अपराह्न 01 बजकर 27 मिनट तक उपरांत परिधि योग का आरंभ होगा। आइए विस्तार से जानते हैं आज राहुकाल का समय और पंचक कब से शुरु होगा।
राष्ट्रीय मिति मार्गशीर्ष 30, शक संवत 1945, मार्गशीर्ष शुक्ल, नवमी, बृहस्पतिवार, विक्रम संवत 2080। सौर पौष मास प्रविष्टे 06, जमादि-उल्सानी-07, हिजरी 1445 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 21 दिसम्बर सन् 2023 ई। सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, हेमन्त ऋतु। राहुकाल अपराह्न 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक।
नवमी तिथि प्रातः 09 बजकर 38 मिनट तक उपरांत दशमी तिथि का आंभ। रेवती नक्षत्र रात्रि 10 बजकर 09 मिनट तक उपरांत अश्विनी नक्षत्र का आरंभ। वरीयान योग अपराह्न 01 बजकर 27 मिनट तक उपरांत परिधि योग का आरंभ। कौलव करण प्रातः 09 बजकर 38 मिनट तक उपरांत गर करण का आरंभ। चन्द्रमा रात्रि 10 बजकर 09 मिनट तक मीन उपरांत मेष राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार नन्दा नवमी, गण्डमूल विचार, पंचक समाप्त रात्रि 10 बजकर 09 मिनट पर, सर्वार्थ सिद्धि योग।
सूर्योदय का समय 21 दिसंबर 2023 : सुबह 7 बजकर 9 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 21 दिसंबर 2023 : शाम में 5 बजकर 28 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्त 21 दिसंबर 2023 :
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 20 मिनट से 6 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 2 मिनट से 2 बजकर 44 मिनट तक। निशिथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 52 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम में 5 बजकर 26 मिनट से 5 बजकर 53 मिनट तक। अमृत काल सुबह 7 बजकर 9 मिनट से 8 बजकर 26 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 21 दिसंबर 2023 :
राहुकाल दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक। सुबह 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 10 बजकर 36 मिनट से 11 बजकर 17 मिनट तक। इसके बाद दोपहर 2 बजकर 44 मिनट से 3 बजकर 52 मिनट तक। पंचक काल का आरंभ सुबह 7 बजकर 9 मिनट से 10 बजकर 9 मिनट तक।
आज का उपाय : गुरुवार के दिन तुलसी के पौधे में कच्चा दूध पानी मिलाकर चढ़ाएं।