Samachargarh AD
Samachargarh AD
HomeFrontदिनांक 23 मार्च 2023 का पंचांग जानें आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय...

दिनांक 23 मार्च 2023 का पंचांग जानें आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय के साथ

Samachargarh AD
Samachargarh AD

दिनांक 23- 03-2023 के पंचांग के साथ जाने और भी कई खास बातें आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय के साथ
श्री गणेशाय नम:

तिथि वारं च नक्षत्रं
योगो करणमेव च ।
पंचागं श्रृणुते नित्यं
श्रीगंगा स्नानं फलं लभेत् ।।
शास्त्रों के अनुसार नित्य पंचांग के तिथि, वार, नक्षत्र ,योग ,करण आदि पांच अंगों को सुनने से गंगा स्नान के बराबर फल मिलता है अतः नित्य पंचांग अवश्य सुनना चाहिए।। *आज का पंचांग*

दिनांक- 23/03/2023
श्री डूंगरगढ़
अक्षांश – 28:06
रेखांश – 74:04
पंचांग
विक्रम संवत् – 2080
शक संवत् – 1945
* ऋतु – वसंत
* अयन- उत्तरायण
* मास – चैत्र
* पक्ष- शुक्ल
* तिथि- द्वितीया सायं 18:17 बजे उपरांत तृतीया
* वार- गुरुवार
* नक्षत्र – रेवती दोपहर 14:05 बजे उपरांत अश्विनी
* योग- ऐन्द्र रात्रि 27:39 बजे उपरांत वैधृति
* करण- 1 बालव- 07:13 A.M. 2 कौलव- 18:17 P.M.3 तैतिल- 29:36 A.M. उपरांत गर
* चंद्र राशि – मीन दोपहर 14:05 बजे उपरांत मेष
चंद्र बल – वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ, मीन दोपहर 14:05 बजे उपरांत
मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ, मीन

सम्वत् नाम – शुभकृत
सूर्योदय – 06:39 A.M. सूर्यास्त – 06:42 P.M.
दिनमान – 12:03
रात्रिमान – 11:56 *शुभ समय* अभिजित मुहूर्त मध्याह्न - 12:16:30 बजे से 01:04:30 तक

अशुभ समय
यमगण्ड – प्रातः 6:00 से 7:30 बजे तक राहुकाल- दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक
*(विशेष- राहुकाल चक्र भारत के दक्षिण संभाग में ही मान्य है दक्षिण संभाग के लोगों को शुभ कार्यो में राहु काल के समय का त्याग करना चाहिए किंतु उत्तर भारत में राहुकाल का समय शुभ कार्यों में त्यागने की आवश्यकता नहीं है । ) **

कुलिक योग- सायं 18:17 बजे उपरांत
कालवेला या अर्द्धयाम
1. सायं 03:41:15 से 05:11:37 बजे तक
2. रात्रि- 12:40:00 से 02:09:30 बजे तक

गुलिक काल – प्रातः 9:00 से 10:30 बजे तक
दिशा शूल – दक्षिण दिशा में यात्रा वर्जित है

चौघड़िया ( दिन)
1.शुभ- प्रातः 06:39 से 08:09:22 तक
2.रोग-प्रातः 08:09:22 से 09:39:45 तक
3.उद्वेग-प्रातः 09:39:45 से 11:10:07 तक
4.चंचल-प्रातः 11:10:07 से 12:40:30 तक
5.लाभ-दोपहर 12:40:30 से 02:10:52 तक
6.अमृत-दोपहर 02:10:52 से 03:41:15 तक
7.काल-सायं 03:41:15 से 05:11:37 तक (कालवेला निषेध)
8.शुभ-सायं 05:11:37 से 06:42 तक (वार वेला निषेध)

चौघड़िया ( रात्रि)
1.अमृत-रात्रि 06:42 से 08:11:30 तक
2.चंचल-रात्रि 08:11:30 से 09:41:00 तक
3.रोग-रात्रि 09:41:00 से 11:10:30 तक
4.काल-रात्रि 11:10:30 से 12:40:00 तक
5.लाभ-रात्रि 12:40:00 से 02:09:30 तक(कालवेला निषेध)
6.उद्वेग-रात्रि 02:09:30 से 03:39:00 तक
7.शुभ-रात्रि 03:39:00 से 05:08:30 तक
8.अमृत-रात्रि 05:08:30 से 06:38 तक

विशेष – सिंजारा एवं द्वितीय नवरात्रि मां ब्रह्मचारिणी पूजन।

यदि आपकी जन्मकुंडली या गोचर कुंडली में गुरु ग्रह किसी भी प्रकार से पीड़ित है तो कृपया गुरुवार को पीले वस्त्र के वस्त्र धारण करें

राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय ( शास्त्री-आचार्य ,ज्योतिष विद्, बी.ए.)
भू.पू. सहायक आचार्य
श्री ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय
श्री डूंगरगढ़
M.N. 9829660721

Samachargarh AD
RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!
विज्ञापन