![](https://samachargarh.com/wp-content/uploads/2023/03/IMG-20230112-WA0000-2.jpg)
दिनांक 16- 03-2023 के पंचांग के साथ जाने और भी कई खास बातें आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय के साथ
श्री गणेशाय नम:
तिथि वारं च नक्षत्रं
योगो करणमेव च ।
पंचागं श्रृणुते नित्यं
श्रीगंगा स्नानं फलं लभेत् ।।
शास्त्रों के अनुसार नित्य पंचांग के तिथि, वार, नक्षत्र ,योग ,करण आदि पांच अंगों को सुनने से गंगा स्नान के बराबर फल मिलता है अतः नित्य पंचांग अवश्य सुनना चाहिए।। *आज का पंचांग*
दिनांक- 16/03/2023
श्री डूंगरगढ़
अक्षांश – 28:06
रेखांश – 74:04
पंचांग
विक्रम संवत् – 2079
शक संवत् – 1944
* ऋतु – बसंत
* अयन- उत्तरायण
* मास – चैत्र
* पक्ष- कृष्ण
* तिथि- नवमी सायं 16:35 बजे उपरांत दशमी
* वार- गुरुवार
* नक्षत्र – पूर्वाषाढ़ रात्रि 28:42 बजे उपरांत उत्तराषाढ
* योग- व्यतिपात प्रातः 10:01:12 बजे उपरांत वरियान
* करण- 1 गर- 16:35:12 P.M. 2 वणिज-27:18:12 A.M. उपरांत विष्टि (भद्रा)-
* चंद्र राशि – धनु
चंद्र बल – मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ, मीन
सम्वत् नाम – शुभकृत
सूर्योदय – 06:46 A.M. सूर्यास्त – 06:39 P.M.
दिनमान – 11:53
रात्रिमान – 12:06 *शुभ समय* अभिजित मुहूर्त मध्याह्न - 12:18:30 बजे से 01:06:30 तक
अशुभ समय
यमगण्ड – प्रातः 6:00 से 7:30 बजे तक राहुकाल- दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक
*(विशेष- राहुकाल चक्र भारत के दक्षिण संभाग में ही मान्य है दक्षिण संभाग के लोगों को शुभ कार्यो में राहु काल के समय का त्याग करना चाहिए किंतु उत्तर भारत में राहुकाल का समय शुभ कार्यों में त्यागने की आवश्यकता नहीं है । ) **
कालवेला या अर्द्धयाम
1. सायं 03:40:45 से 05:09:52 बजे तक
2. रात्रि- 12:42:00 से 02:12:45 बजे तक
गुलिक काल – प्रातः 9:00 से 10:30 बजे तक
दिशा शूल – दक्षिण दिशा में यात्रा वर्जित है
चौघड़िया ( दिन)
1.शुभ- प्रातः 06:46 से 08:15:07 तक
2.रोग-प्रातः 08:15:07 से 09:44:15 तक
3.उद्वेग-प्रातः 09:44:15 से 11:13:22 तक
4.चंचल-प्रातः 11:13:22 से 12:42:30 तक
5.लाभ-दोपहर 12:42:30 से 02:11:37 तक
6.अमृत-दोपहर 02:11:37 से 03:40:45 तक
7.काल-सायं 03:40:45 से 05:09:52 तक (कालवेला निषेध)
8.शुभ-सायं 05:09:52 से 06:39 तक (वार वेला निषेध)
चौघड़िया ( रात्रि)
1.अमृत-रात्रि 06:39 से 08:09:45 तक
2.चंचल-रात्रि 08:09:45 से 09:40:30 तक
3.रोग-रात्रि 09:40:30 से 11:11:15 तक
4.काल-रात्रि 11:11:15 से 12:42:00 तक
5.लाभ-रात्रि 12:42:00 से 02:12:45 तक(कालवेला निषेध)
6.उद्वेग-रात्रि 02:12:45 से 03:43:30 तक
7.शुभ-रात्रि 03:43:30 से 05:14:15 तक
8.अमृत-रात्रि 05:14:15 से 06:45 तक
वार विशेष- यदि आपकी जन्मकुंडली या गोचर कुंडली में गुरु ग्रह किसी भी प्रकार से पीड़ित है तो कृपया गुरुवार को पीले वस्त्र के वस्त्र धारण करें
राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय ( शास्त्री-आचार्य ,ज्योतिष विद्, बी.ए.)
भू.पू. सहायक आचार्य
श्री ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय
श्री डूंगरगढ़
M.N. 9829660721