
समाचार गढ़ 6 मई 2025 राजस्थान में बुधवार को 54 वर्षों में पहली बार इतनी बड़ी स्तर की मॉक ड्रिल की जा रही है। युद्ध जैसी आपात स्थितियों में आमजन को सुरक्षित रखने और सतर्कता बढ़ाने के उद्देश्य से यह राज्यव्यापी अभ्यास होगा। इसे लेकर सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
ड्रिल के तहत जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर सहित कुल 28 शहरों को चयनित किया गया है। सीमावर्ती इलाकों में भी अलर्ट घोषित किया गया है। इस दौरान ब्लैकआउट किया जाएगा और नागरिकों को यह सिखाया जाएगा कि हमले की स्थिति में किस तरह से रिएक्ट करना है।
ड्रिल के दौरान शहरों में सायरन बजेगा और इसके बाद सभी को घर की लाइट, मोबाइल टॉर्च, सड़क की लाइट, टोल व वाहनों की लाइटें बंद करनी होंगी। साथ ही यह भी बताया जाएगा कि घायल व्यक्ति को प्राथमिक सहायता कैसे दें और आसपास के लोगों की मदद कैसे करें।
बीकानेर कलेक्टर नम्रता वैष्णव ने बताया कि जिले में मॉक ड्रिल को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। शहर में 10 जगह सायरन सिस्टम लगाए गए हैं और सभी अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं।
मंगलवार को सचिवालय में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई जिसमें मॉक ड्रिल की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया। सभी कलेक्टर और एसपी को इससे जुड़ी जानकारियां साझा की गई हैं।
गौरतलब है कि भारत में आखिरी बार इस प्रकार की मॉक ड्रिल 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद हुई थी। इससे पहले 1962 में चीन युद्ध और 1965 व 1971 में पाकिस्तान युद्ध के दौरान ऐसी तैयारियां की गई थीं। सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह अभ्यास देश की सुरक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।