समाचार गढ़, 19 अगस्त 2024, श्रीडूंगरगढ़। मां सरस्वती चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय में आज श्रावण शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के अवसर पर भव्य श्रावणी उपाकर्म का आयोजन किया गया। प्रात:काल पाठशाला स्थित कैलाश मानसोवर में गण स्नान सम्पन्न हुआ।
मां सरस्वती सेवा चेरिटेबल ट्रस्ट के व्यवस्थापक सत्यनारायण पारीक ने बताया कि इस समारोह में प्राचार्य गोविन्द प्रसाद बोहरा और आचार्य रविशंकर दाधीच के सान्निध्य में छात्रों और पूर्व छात्रों ने मिट्टी, गोमय, गोमूत्र, दुग्ध, दही, धृत और भस्म से विधिपूर्वक स्नान किया। इसके बाद विद्यालय परिसर में तर्पण और ऋषि पूजन का आयोजन किया गया।
प्राचार्य ने उपाकर्म की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इसे मानसिक शुद्धि और ऊर्जा प्राप्ति का प्रमुख साधन बताया। उन्होंने बताया कि उपाकर्म का वैज्ञानिक आधार है और संस्कृत भाषा को पारंपरिक भारतीय संस्कृति का दर्पण बताते हुए इसे देवत्व प्रदान करने वाली भाषा बताया।
समारोह में सीताराम सारस्वत, पं. कुंजबिहारी, पं. निर्मल पारीक, इंद्रचंद शर्मा, देवकिशन छंगाणी, गोपाल व्यास, आईदान पारीक, श्याम तिवारी, राकेश तिवारी, रणजीत पारीक, अनिल पारीक, राधेश्याम पांडिया, अरविंद पारीक, आनंद राजपुरोहित और शहर के अन्य विद्वत जन उपस्थित थे।