
समाचार गढ़, 13 जनवरी 2025। श्रीडूंगरगढ़ से अयोध्या तक रामपथ की कठिन यात्रा पूरी कर लौटे पदयात्रियों का स्वागत श्रद्धा और उल्लास से किया गया। घुमचक्कर से आड़सर बास स्थित श्यामजी मंदिर तक भव्य जुलूस निकाला गया, जिसमें बुलडोजर पर सवार पदयात्रियों पर पुष्पवर्षा कर अभूतपूर्व सम्मान किया गया। यह जुलूस घुमचक्कर से शुरू होकर मुख्य बाजार होते हुए श्यामजी मंदिर तक पहुंचा। जुलूस में तीन डीजे शामिल थे, जिन पर लगातार रामधुन बजाई जा रही थी। श्रद्धालु “जय श्रीराम” के जयकारों से वातावरण को भक्तिमय बना रहे थे। घुमचक्कर पर आयोजित स्वागत समारोह में नगर अध्यक्ष मानमल शर्मा ने लालचंद प्रजापत, प्रदीप माली, श्याम तिवाड़ी, नौरंग प्रजापत, महेश सिखवाल और उनके दो सेवादारों – भागीरथ गोदारा और मुन्नीराम ज्याणी का फूलमालाओं से सम्मान किया। विश्व हिंदू परिषद के भंवरलाल दुगड़ और श्यामसुंदर जोशी ने अष्टभुजा भारत माता का चित्र भेंट कर पदयात्रियों का अभिनंदन किया। आपणो गांव सेवा समिति के अध्यक्ष मनोज डागा और अन्य सदस्यों ने भी पदयात्रियों का स्वागत किया। सुखी संघ, द्वारकाधीश संघ और डोर टू डोर पैदल यात्री संघ के सदस्यों ने जुलूस के दौरान श्रद्धा प्रकट की। मुख्य बाजार में व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर उत्साह बढ़ाया। पांच पदयात्री और दो सेवादार 15 दिसंबर 2024 को श्रीडूंगरगढ़ से रवाना हुए थे। उन्होंने 22 दिनों में 1100 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर 7 जनवरी को रामलला के दर्शन किए।
विशिष्ट नागरिकों की उपस्थिति
इस अवसर पर पूर्व प्रधान छैलूसिंह, पार्षद पवन उपाध्याय, लोकेश गौड़, श्याम पुरोहित, संजय करनाणी, एडवोकेट रणवीरसिंह खिंची, जगदीश सिखवाल, और नर नारायण सेवा संस्थान अध्यक्ष सुषमा करनानी सहित सैकड़ों लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया।