
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़, 2 मार्च 2025। “सेवा का अर्थ केवल सहायता करना नहीं, बल्कि इसे एक आध्यात्मिक कर्तव्य समझकर निभाना चाहिए। जब हम पीड़ितों की मदद बिना किसी भेदभाव के करते हैं, तो वही सच्ची भक्ति होती है।” यह विचार श्रीडूंगरगढ़ न्यायालय के न्यायाधीश हर्ष कुमार ने व्यक्त किए। वे नागरिक विकास परिषद भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में बोल रहे थे, जहां पांच बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर और पांच एयरबैड को जरूरतमंदों की सेवा के लिए समर्पित किया गया।
समाज को चेतना के साथ सेवा की भी आवश्यकता
कार्यक्रम में न्यायाधीश हर्ष कुमार ने कहा कि सेवा कार्य केवल दान तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ चेतना जागृत करना भी हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे न केवल चिकित्सा सेवा बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी सक्रिय रहें।
समर्पित दानदाताओं का योगदान
इस अवसर पर परिषद के अध्यक्ष जगदीश स्वामी ने बताया कि संस्था के वरिष्ठ कार्यकर्ता तुलसीराम चौरड़िया की प्रेरणा से राजेश कुमार चौरड़िया ने पांच बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर और सोहनलाल सेठिया ने पांच एयरबैड सेवा कार्य हेतु समर्पित किए हैं। उन्होंने बताया कि परिषद द्वारा ऑक्सीजन मशीन, एंबुलेंस, शव वाहन, सर्जिकल बेड, व्हीलचेयर समेत कई चिकित्सकीय सुविधाएं जरूरतमंदों को उपलब्ध कराई जा रही हैं।
संस्था से जुड़ने का संकल्प
कार्यक्रम में विशेष अतिथि तुलसीराम चौरड़िया ने परिषद के चिकित्सीय सेवा कार्यों में निरंतर योगदान देने का संकल्प लिया। वहीं, विशिष्ट अतिथि कमल सिंघी ने संस्था की संचालन समिति से जुड़ने की स्वीकृति प्रदान की।
सम्मान और समारोह की झलक
कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता पूजन से हुई। अतिथियों ने फीता काटकर नई सेवाओं का लोकार्पण किया। मंचासीन अतिथियों का स्वागत सुरेश कुमार, कुंभाराम घिंटाला, एडवोकेट रणवीरसिंह खीची, बरजंग सेवग, मनोज गुसाईं, केएल जैन, विजयराज सेवग, सत्यनारायण स्वामी, बजरंगलाल भामूं, कमल सोमाणी सहित अन्य सदस्यों ने किया।
कार्यक्रम का संचालन परिषद सदस्य विशाल स्वामी ने किया, जबकि आभार पूर्व अध्यक्ष श्रीगोपाल राठी ने जताया। इस अवसर पर अनिल धायल, भावेश तातेड़, बजरंग डाकलिया, गोविंदराम सिंघी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।