
समाचार गढ़, 16 जून, श्रीडूंगरगढ़। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। क्योंकि उन्होंने लोकसभा चुनाव के टाइम कहा था कि पीएम मोदी ने उन्हें 7 सीटों की जिम्मेदारी दी है। अगर उनमें से बीजेपी एक भी सीट हारती है तो वह इस्तीफा दे देंगे। हालांकि 7 में से 4 सीटों के हारने के बावजूद किरोड़ीलाल मीणा ने इस्तीफे पर रणनीतिक रूप से चुप्पी साध रखी है। शनिवार को जब उनसे इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने फिर से चुप्पी साध ली।
दरअसल, किरोड़ीलाल मीणा शनिवार को माउंट आबू के दौरे पर थे। जब उनसे इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने मुंह पर अंगुली रख ली और कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि किरोड़ीलाल मीणा चुनावों के बाद बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में हुई समीक्षा बैठक में भी शामिल नहीं हुए।
चुनाव परिणामों के बाद सरकारी काम से बनाई दूरी
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने लोकसभा चुनावों की आचार संहिता हटने के बाद से सरकारी कामकाज से दूरी बनाई हुई है। वे न तो अपने दफ्तर जा रहे हैं और न ही सरकारी गाड़ी ली है। वे अब भी अपनी प्राइवेट गाड़ी से ही चल रहे हैं. माना जा रहा है कि वह अपना इस्तीफा बहुत जल्द सीएम भजनलाल को सौंप सकते हैं।
रिजल्ट के दिन कहा था- प्राण जाए पर वचन न जाई
लोकसभा चुनावों के रिजल्ट के दौरान बीजेपी को हारते देख किरोड़ीलाल मीणा ने सोशल मीडिया पर इस्तीफे के संकेत दे दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर रामचरित मानस की चौपाई पोस्ट की थी. उन्होंने लिखा था, “रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जैसा उन्होंने कहा था वे वैसा जरूर करके दिखाएंगे।