11 अप्रेल से मोमासर में तहसील स्तरीय सनातन धर्म यात्रा का प्रारंभ
श्रीडूंगरगढ़। राजस्थान के तैतीस जिलों में गीता प्रचार तथा लगभग साढे तीन लाख विद्यार्थियों को निशुल्क गीता ग्रंथ प्रदान करने के बाद युवा संत संतोष सागर ने श्रीडूंगरगढ़ तहसील के पच्चीस बड़े गांवों में सनातन धर्म यात्रा को दोहराने का संकल्प ग्रहण किया है।
श्रीडूंगरगढ़ तहसील स्तरीय सनातन धर्म यात्रा का प्रथम पड़ाव 11अप्रेल को मोमासर गांव से रहेगा। मोमासर की बहुत बड़ी शिष्ट सांस्कृतिक छवि रही है। यहां के वासिन्दों में सांस्कृतिक बोध और सौजन्यशीलता कूट कूट कर भरी हुई है।
सप्त दिवसीय सनातन धर्म यात्रा की कमान को यहां गांव के उपसरपंच जुगराज संचेती, विद्याधर शर्मा, विपिन जोशी, सीताराम सुथार आदि विभिन्न सहृदय जनों ने संभाल रखी है तथा सप्त दिवसीय सुन्दर आयोजन की तैयारियों में सभी जन जुटे हुए हैं। आयोजन प्रसिद्ध भोमियाजी मंदिर प्रांगण में होगा। प्रातः वैदिक हवन, विद्यार्थियों में गीता प्रचार तथा संस्कार बोधन, दोपहर दो बजे से छह बजे अनूठे ढंग से भागवत कथा, सांय राष्ट्रीय बोध जगानेवाले भजनों की प्रस्तुति होगी। भागवत कथा में साधु संतों के प्रवचन भी रहेंगे।