समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारीलाल महिया ने गुरुवार को विधानसभा में श्रीडूंगरगढ़ शहर से गंदे पानी की निकासी का मुद्दा उठाते हुए विभागीय मंत्री शांति धारीवाल से सवाल-दर-सवाल किए। दरअसल गुरूवार को विधानसभा में श्रीडूंगरगढ़ विधायक द्वारा शहर के ताल मैदान के पास जोहड़ों में जमा हो रहे गंदे पानी की निकासी को लेकर लगाया गया सवाल सूचीबद्ध था। प्रश्नकाल के दौरान विभागीय मंत्री शांतिलाल धारीवाल ने सरकार की तरफ से गंदे पानी की निकासी को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया। मंत्री शांतिलाल धारीवाल ने बताया कि श्रीडूंगरगढ़ नगर पालिका क्षेत्र मैं कस्बे की पश्चिम दिशा की ओर कच्चे व पक्के जोड़ में एकत्रित होने वाले गंदे पानी की निकासी के लिए 3 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाकर तीन बूस्टर पंप सेट और एक जनरेटर लगाए गए है और गंदा पानी वन विभाग की खाली भूमि पर विसर्जित किया जा रहा है। इस पर सरकार शे दिसंबर 2019 से अभी तक 49 लाख 30 हजार 723 रुपए व्यय होने की बात कही। साथ ही मंत्री धारीवाल ने गंदे पानी की निकासी हेतु सरकारी राशि में अनियमितता एवं गबन नहीं होने की बात कही। जिस पर विधायक महिया ने मंत्री धारीवाल से सवाल करते हुए कहा कि पिछले 3 वर्षों में लाखों रुपए खर्च कर दिए गए हैं किंतु हकीकत यह है कि इन संसाधनों के माध्यम से दोनों जोहड़ों से एक बूंद भी गंदा पानी वन विभाग की भूमि में विसर्जित नहीं किया गया है। इस पर सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिस पर मंत्री धारीवाल ने कहा कि इस प्रकार की अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है तो कार्यवाही नहीं की गई। इसके जवाब में विधायक महिया ने कहा कि आमजन की शिकायतें सरकार तक पहुंच नहीं रही है तभी तो विधानसभा में लगातार इसको लेकर अपनी मांग उठा रहा हूँ। जिस पर मंत्री धारीवाल ने कहा कि आप एक जागरूक विधायक है तो आप जो भी शिकायत हमें करोगें, उस पर उचित कार्यवाही की जाएगी। अगर गंदे पानी की निकासी को लेकर कोई अनियमितता बरती जा रही है तो अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान मंत्री धारीवाल ने कहा कि श्री डूंगरगढ़ शहर के गंदे पानी के समाधान के लिए एसटीपी डीपीआर तैयार करवाई जा रही है, जिसका परीक्षण करवाने के बाद वित्तीय स्वीकृति सरकार द्वारा जारी करवा दी जाएगी।