समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़।
(धड़ देवली धाम से गौरी शंकर सारस्वत की विशेष रिपोर्ट ) बीकानेर जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 पर श्री डूंगरगढ़ मुख्यालय से 14 किमी दूर बिग्गा गांव से दो किलोमीटर दूर उत्तर दिशा रोही स्थित जाखड़ समुदाय के कुल देवता गौ रक्षक श्री वीर बिग्गाजी महाराज के शौर्यपीठ धड़ देवली धाम में 22 फरवरी को होने वाले मूर्ति स्थापना महोत्सव की तैयारियां जोरों पर चल रही है।मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा को लेकर धड़ देवली धाम में श्रद्धालुओ के लिए विशालकाय डोम पांडाल तैयार किया जा रहा है।18 फरवरी से 22 फरवरी तक यहां अनेक धार्मिक आयोजन होगे।22 फरवरी को शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोचार के साथ शौर्यपीठ धड़ देवली धाम में गौ रक्षक श्री वीर बिग्गाजी महाराज की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी।मूर्ति स्थापना को लेकर आसपास के गांवो कस्बों सहित दूर दराज बिग्गाजी महाराज के अनुयाइयों में हर्ष का माहौल देखा जा रहा है।मूर्ति स्थापना महोत्सव को देखते हुए दूर दराज से वीर बिग्गाजी महाराज के श्रद्धालुओ का पहुंचना शुरू हो गया है।यहां श्रद्धालुओ के स्वागत में स्वागत द्वार को सजाया जा रहा है।मंदिर परिसर में हवन शाला बनकर तैयार की जा चुकी है।यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क चाय,पानी, भंडारे सहित मेडिकल की व्यवस्था भी की जा रही है। श्रद्धालुओं के रहने के लिए मंदिर परिसर में बनी धर्मशाला के सभी कमरों को खोल दिया गया है। मंदिर परिसर में रंग रोगन का काम भी तेजी से चल रहा है। मंदिर परिसर में रोशनी के लिए बड़ी-बड़ी लाइटे लगाई जा रही है। पूरे मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। श्री वीर बिग्गाजी सेवा संस्थान द्वारा श्री वीर बिग्गाजी मानव सेवा संस्थान द्वारा तैयारियो को अंतिम रूप दिया जा रहा है।मूर्ति स्थापना पर पहुंचने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार असुविधा ना हो जिसके लिए आसपास के गांवो के ग्रामीणों को भुलावन दी गई है।मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर मंदिर परिसर को विशेष रोशनी से सजाया जा रहा है।मूर्ति स्थापना को भव्य समारोह बनाने के लिए मंदिर के निर्माण संबंधित कार्यों के लिए मजदूरों की टोलिया दिन रात जुटी हुई है।
हर किसी को आकर्षित कर रहा मंदिर – यहां पिछले 13 सालो से लगातार बन रहा गौ रक्षक श्री वीर बिग्गाजी महाराज का मंदिर हर किसी को आकर्षित कर रहा है।धौलपुर के लाला पत्थरों पर कला कृतियां उकेर कर बनाए जा रहे इस मंदिर को देखने के लिए भक्त दूर दूर से पहुंच रहे हैं।यहां पिथल माता मंदिर,वीर बिग्गाजी मंदिर सहित सभी मंदिरों की नक्काशी देखने लायक है।पूरा मंदिर नीचे से ऊपर तक विभिन्न कला कृतियां उकेर कर बनाया गया है।
इस मंदिर का निर्माण कार्य सन् 2024 में पूर्ण हों जायेगा।इस मंदिर पर अनुमानित 20 से 25 करोड़ रूपए खर्च होगें। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में फोटो खिंचवाने की होड़ लगी हुई है।मंदिर निर्माण में ऐसी कोई जगह नही है जहां कला कृतियां नही उकेरी गईं हो ।
गौरतलब है कि यही पत्थर अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण में लगाया गया है।
मुख्य गेट की शोभा न्यारी – मंदिर का मुख्य गेट हर किसी को अपनी तरफ खींच रहा है।पीतल का गेट दूर से देखने पर गोल्ड का प्रतीत दिखाई दे रहा है।यहां आने वाले भक्त मुख्य गेट के आगे खड़ा होकर फोटो खिंचवा रहे हैं।यहां आने वाले यात्री मंदिर को निहार रहे कारीगरों को दाद दे रहे हैं।
खुशबूदार पौधे कर रहे मोहित – यहां मंदिर परिसर में फूलों के खुशबूदार पौधे हर किसी को मोहित कर रहे हैं। मंदिर परिसर में फूलदार खुशबू वाले पौधे लगाए गए हैं जो मंदिर परिसर की शोभा को चार चांद लगा रहे हैं।
निकलेगी विशाल कलश यात्रा – श्री वीर बिग्गाजी मानव सेवा संस्थान के भीम जाखड़ ने बताया कि मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 18 फरवरी को धड़ देवली धाम से विशाल कलश यात्रा निकाली जाएगी जो कई दूरी तय कर वापस श्री वीर बिग्गाजी के शौर्य पीठ धड़ देवली धाम पहुंचेगी।यहां मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 18 फरवरी से 22 फरवरी तक अनेक धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा।मूर्ति स्थापना महोत्सव में हजारों की तादाद में वीर बिग्गा जी महाराज के श्रद्धालु शामिल होंगे । वीर बिग्गाजी सेवादल के सदस्यों द्वारा गांव ,कस्बों सहित हाईवे पर स्थित होटल ,ढाबों,दुकानों ,बोर्डो पर सफेद पताका फहराई जा रही है तथा आमजन को मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आने के लिए निमंत्रण दिया जा रहा है।