
समाचार गढ़, 20 मई 2025। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित बीकानेर सभा से पहले राजनीतिक माहौल गरमा गया है। सभा में भीड़ जुटाने के लिए सरकारी कर्मचारियों को ग्रामवार प्रभारी और बसों में इंचार्ज बनाए जाने के खिलाफ क्षेत्र के युवा नेता व राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के सदस्य हरी राम बाना ने मोर्चा खोल दिया है। हरी राम बाना ने इस संबंध में बीकानेर जिला कलेक्टर को एक औपचारिक पत्र भेजकर इन आदेशों को नियमविरुद्ध बताते हुए तत्काल निरस्त करने की मांग की है। अपने पत्र में बाना ने साफ तौर पर लिखा है कि प्रधानमंत्री की सभा एक राजनीतिक आयोजन है, और ऐसे में सरकारी कार्मिकों को ग्राम प्रभारी नियुक्त करना तथा उन्हें बसों की जिम्मेदारी सौंपना सीधा-सीधा सरकारी तंत्र का राजनीतिक उपयोग है, जो कि संविधान और लोक सेवा नियमों के खिलाफ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “सरकारी कर्मचारी राष्ट्र और संविधान के प्रति उत्तरदायी होते हैं, किसी राजनीतिक दल विशेष के लिए नहीं। बाना ने अपने पत्र के माध्यम से प्रशासन को चेताया कि यदि समय रहते इन आदेशों को निरस्त नहीं किया गया, तो कर्मचारियों में असंतोष पैदा करेगा।
बैकग्राउंड में बढ़ती हलचल
राजनीतिक हलकों में इस पत्र को लेकर चर्चा गर्म है। जहां एक ओर भाजपा सभा की तैयारियों में जुटी है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस इस मुद्दे को लोकतंत्र की मर्यादाओं से खिलवाड़ मान रही है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर आपत्ति पर क्या कदम उठाता है, और क्या प्रधानमंत्री की सभा से पहले यह मामला और अधिक तूल पकड़ता है।