समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ। छोटी काशी के नाम से विख्यात श्रीडूंगरगढ कस्बे में चिहुँ ओर आध्यात्मिक कार्यक्रम की छटा प्रतिदिन देखने को मिलती है। ऐसी आध्यात्मिक नगरी में श्री चित्रापुर सारस्वत मठ के मठाधिपति परमपूज्य श्रीमत सद्योजात शंकराश्रम के श्रीडूंगरगढ आगमन पर सकल समाज द्वारा भावभरा स्वागत किया गया। सारस्वत समाज के राजेश शर्मा ने बताया कि स्वामीजी द्वारा शिव महारात्रि के उपलक्ष्य में षष्ठदिवसीय शिव आराधना महोत्सव श्रीडूंगरगढ में आयोजित किया जाएगा। शुक्रवार को स्वामीजी की अगवानी में दोपहर 2बजे वीर तेजाजी मंदिर से शोभायात्रा प्रारम्भ हुई जिसमें हर समाज के व्यक्तियों ने पलक पावड़े बिछाकर स्वामीजी का स्वागत किया। सुनील तावनियाँ ने बताया कि शोभायात्रा घुमचक्कर से होते हुए गाँधीपार्क और वहां से भैरूंजी गली होते हुए दोपहर 4:30बजे माहेश्वरी सेवा सदन, आडसर बास पहुंची। स्वामीजी का जगह-जगह लोगों ने अभिवादन किया। स्वामीजी के स्वागत में लोगों का उत्साह इतना था कि ढाई किलोमीटर की शोभायात्रा को निर्धारित स्थान तक पहुंचने में ढाई घण्टे लगे। स्वामी परमपूज्य श्रीमत सद्योजात शंकराश्रम ने सदन में उपस्थित धर्मावलंबियों को संबोधित करते हुए कहा कि शंकर भगवान की शिवरात्रि एक बड़ा दिवस है। शंकर भगवान भक्तों की भक्ति से प्रसन्न रहते हैं उन्हें किसी भी दिखावे की जरूरत नहीं है। इसके साथ स्वामीजी ने प्रेरणा पाथेय देते हुए व्यक्ति को सदमार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में पालिकाध्यक्ष मानमल शर्मा, भाजपा नेता ताराचन्द सारस्वत, कुंडीय सारस्वत समाज के अध्यक्ष बजरंगलाल ओझा, कांग्रेस नेता केसराराम गोदारा, विमल भाटी, रामचन्द्र राठी, नारायण सारस्वत सहित अनेकों गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। स्वामीजी के दर्शनार्थ क्षेत्र के श्रद्धालुओं सहित देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचे है।



