संस्कार, अनुशासन और सकारात्मकता का मंत्र लेकर सेसोमूं स्कूल पहुंचे गणपत बिजारणिया, विद्यार्थियों को मिला प्रेरणादायी मार्गदर्शन
समाचार गढ़, 14 जुलाई 2025, श्रीडूंगरगढ़। सेसोमूं स्कूल में आज विद्यार्थियों के लिए एक विशेष और प्रेरणास्पद अवसर तब बना, जब क्षेत्रीय कौशल परिषद् (SSC) – NSDC के वरिष्ठ मूल्यांकनकर्ता एवं सदस्य गणपत बिजारणिया का विद्यालय में आगमन हुआ। विद्यालय परिसर में उनका गुलदस्तों और तालियों की गूंज के साथ भव्य स्वागत किया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय के चेयरमैन जगदीश प्रसाद मूंधड़ा एवं वाइस चेयरपर्सन श्रीमती पद्मा मूंधड़ा की प्रेरणा से आयोजित हुआ, जो सदैव विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और उन्हें नए आयाम देने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं। गणपत बिजारणिया ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में विद्यार्थियों को संस्कार, अनुशासन और सकारात्मक सोच को जीवन का मूल मंत्र बताते हुए कहा कि “यदि हम आत्मानुशासन, समर्पण और निरंतर प्रयास को अपनाएं, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।”
उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे जीवन में दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें, समय का सदुपयोग करें, और सद्गुणों को अपनाकर खुद को श्रेष्ठ नागरिक बनाएं। उनके अनुभवों और जीवन प्रसंगों ने बच्चों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।विद्यालय के प्राचार्य सुब्रत कुंडु ने बिजारणिया के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि, “आज का यह मार्गदर्शन न केवल विद्यार्थियों के लिए उपयोगी रहेगा, बल्कि उन्हें जीवन की नई दिशा देने वाला साबित होगा।” यह आयोजन विद्यार्थियों के लिए न केवल एक सिखने का अवसर रहा, बल्कि उनके मन-मस्तिष्क में सफलता की सही राह चुनने का संकल्प भी जागृत कर गया।










