समाचार-गढ़, 17 फरवरी, श्रीडूंगरगढ़। गुणीजन सम्मान समारोह समिति के तत्वावधान में श्रीडूंगरगढ़ पुस्तकालय की सुदीर्घ सेवा करनेवाले कर्मी श्रवणराम भार्गव का शुक्रवार को शहर के कृतज्ञ- जनों ने एक लाख इकतालीस हजार रुपये की राशि सहित उत्कृष्ट सेवी सम्मान प्रदान किया। सम्मान समारोह पुस्तकालय सभागार में रखा गया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए तुलसी सेवा संस्थान के अध्यक्ष भीखमचंद पुगलिया ने कहा कि श्रवणजी का सम्मान निस्वार्थ सेवा का सम्मान है, ऐसे लोगों के सम्मान से नगर शोभायमान होता है। यह सम्मान पुस्तक संस्कृति का सम्मान है।
सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार श्याम महर्षि ने कहा कि श्रीडूंगरगढ़ पुस्तकालय पूरे राजस्थान में अपनी विलग पहचान रखता है। श्री श्रवणराम भार्गव की पचास वर्षीय सेवाओं ने पूरे नगर का मन जीत लिया है, आज वे और पुस्तकालय एक दूसरे से तादात्म्य रखते हैं। गुणीजन सम्मान समारोह समिति के अध्यक्ष लाॅयन महावीर माली ने कहा कि संस्था की चेष्टा रहती है कि वंचित-उपेक्षित प्रतिभाओं का सम्मान किया जाए। प्रारंभ में डाॅ चेतन स्वामी ने इस सम्मान समारोह की सम्पूर्ण पृष्ठभूमि से अवगत कराया। विशिष्ट अतिथि तुलसीराम चौरड़िया ने कहा कि अपनी सुदीर्घ सेवा से श्रवणराम ने पुस्तकालय का उपकार किया है।
सामाजिक कार्यकर्ता विनोदगिरि गुसाईं ने कहा कि पुस्तकालय से नगर के नवयुवकों को जोड़ना चाहिए। अगले दिनों में नगर की युवा प्रतिभाओं का भी सम्मान किया जाएगा। योग शिक्षक रूपचंद सोनी, पुस्तकालय के मंत्री भंवर भोजक, टी एस एस के मंत्री धर्म चंद धाड़ेवा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। समारोह में नगर के सभी गणमान्य जनों की उपस्थिति रही। संयोजन साहित्यकार सत्यदीप ने किया।
शहर के कृतज्ञ- जनों ने एक लाख इकतालीस हजार रुपये की राशि से किया सम्मान, उत्कृष्ट सेवा को मिला सम्मान
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