
समाचार गढ़ 30 अप्रेल 2025 (विशेष रिपोर्ट फोटो सहित गौरी शंकर सारस्वत सातलेरा)
बुधवार को आखातीज (अक्षय तृतीया) का पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। आखातीज के अवसर पर घर-घर में बाजरा, मोठ, मूंग की खोडी कूटकर खिचड़ा एवं इमली का घोल बनाया गया।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हर घर में नए मटके का पूजन कर सुख समृद्धि की कामना की गई। किसानों ने कृषि यंत्रों का पूजन कर एवं अपने खेतों में हलोतिया कर अच्छे जमाने की कामना की ।

किसानों ने अलसुबह खेतों में जाकर जमाने का संकेत लिया। सिंचित खेती करने वाले किसानों ने आज मूंगफली का बिजान कर शगुन लिया तो बारानी खेती करने वाले किसानों ने अलसुबह खेतों में जाकर पशु पक्षियों सहित वन्य जीवों के संकेत से जमाने का शगुन लिया ।आखातीज के पर्व पर खेतों में किसानों ने सुड़ कर खेतों की साफ सफाई का कार्य शुरू कर दिया है।

सातलेरा गांव के बुजुर्ग किसान मालाराम तावनियां ने बताया कि इस बार वन्य जीवों की आवाज,खेतों में मस्त होकर बैठे गौ वंश को देखते हुए अच्छे जमाने का संकेत मिल रहा है।किसान गिरधारी लाल लिखाला सहित बिग्गा गांव के किसान बनवारी लाल शर्मा ,तोलाराम जाखड़ ने बताया कि आज अलसुबह खेतों में तीतर, मोर की मधुर आवाज से अच्छे जमाने का शुभ संकेत मिला है। पंडित सत्यनारायण तावनियां ने आज अलसुबह खेतों में जाकर जमाने का शगुन लेते हुए कहा कि इस बार अच्छी बरसात एवं अच्छे जमाने का संकेत है।
वहीं आज अक्षय तृतीया पर अबूझ सावा होने के कारण विवाह शादियों की धूम मची है। आज के दिन खरीददारी करना शुभ माना गया है जिसके चलते बाजारों में भी खासी रौनक देखने को मिली। आखातीज के दिन आज नूतन प्रतिष्ठानों सहित गृह प्रवेश, मकानों की नींव रखने तथा अनेक शुभ कार्यों का आगाज हुआ।


