बीमा क्लेम व सही क्रॉप कटिंग की मांग को लेकर वैल में धरने पर बैठे विधायक महिया व बलवान पूनियां, मंत्री कटारिया ने 2 दिनों के भीतर उचित कार्यवाही करने का दिया आश्वासन
समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को कृषि व पशुपालन विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारीलाल महिया व भादरा विधायक बलवान पूनियां समय पर किसानों को बीमा क्लेम देने एवं सही क्रॉप कटिंग की मांग को लेकर वैल में आकर धरने पर बैठ गये। दोनों विधायकों ने कहा कि सदन में कृषि की महत्वपूर्ण चर्चा में किसानों का हक मांगना अधिकार है और किसानों की मांगों पर सुध नहीं लेने तक धरने पर डटे रहेंगे। जिस पर कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि दोनों ही मुद्दे सरकार के पास विचारधीन है। इसलिए दो दिनों के भीतर किसानों की इन मांगों पर उचित कार्रवाई करके जिला प्रशासन को निर्देशित करेंगे। जिस पर दोनों विधायकों ने वैल से धरना उठाया।
इससे पूर्व श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारीलाल महिया ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी किसान की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है और किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। विधायक ने कहा कि राजस्थान सरकार अलग से कृषि बजट तो पेश कर रही है किंतु उसमें किसानों के लिए नया कुछ भी नहीं है। जब किसानों को कोई राहत ही नहीं मिल रही है तो कृषि बजट का कोई औचित्य नहीं रहता है।
विधायक महिया ने आगे बोलते हुए कहा कि बीकानेर जिले में नहरी क्षेत्रों में किसानों को जलहौज निर्माण पर ₹3 लाख का अनुदान दिया जाता है, उसी बीकानेर जिले में ट्यूबवेल सिंचित क्षेत्रों में जलहौज निर्माण पर सिर्फ ₹90 हजार का अनुदान दिया जाता है। इस प्रकार एक क्षेत्र में किसानों के लिए अलग-अलग अनुदान देना सही नीत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि बीकानेर जिले में महंगी खेती होने के कारण सभी क्षेत्रों में जलहौज निर्माण पर एक समान इकाई लागत आती है, इसलिए नहरी क्षेत्र की तर्ज पर सिंचित क्षेत्रों में भी जलहौज निर्माण पर ₹3 लाख का अनुदान दिया जाना चाहिए।
विधायक महिया ने कहा कि किसानों ने समय पर अपना फसल बीमा करवाया किंतु अब सही समय पर सही क्रॉप कटिंग नहीं किए जाने से किसानों को क्लेम मिलने में देरी हो रही है, जो कि किसानों के हक पर कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि बीकानेर जिले में मौसम की मार से फसल खराबा ज्यादा हुआ है किंतु प्रशासनिक रिपोर्ट में फसल नुकसान कम बताकर किसानों को बीमा क्लेम से वंचित किया जा रहा है। इसलिए सरकार जिला प्रशासन को निर्देशित कर फसलों की सही क्रॉप कटिंग करवा कर किसानों को बीमा क्लेम दें। वहीं विधायक महिया ने ट्यूबवेल निर्माण सही नहीं होने व पानी सूखने से ट्यूबवेल फेल होने पर किसानों को होने वाले घाटे से उबारने के लिए कृषि नीत्ति में बीमा पॉलिसी लागू करने की मांग की। साथ ही किसानों की 5 हैक्टेयर तक भूमि नीलाम नहीं करने का प्रावधान करने की मांग उठाई।
इसके अलावा विधायक महिया ने श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में लंपी बीमारी से मृत पशुओं का पुन: उचित सर्वे करवाकर पशुपालकों को मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में बड़ी संख्या में दुधारू पशुओं की मृत्यु हुई किंतु प्रशासन के सर्वे में यह आंकड़ा बहुत ही कम बताया गया है। इसलिए बड़ी संख्या में पशुपालकों को अपने मृत पशुओं का मुआवजा नहीं मिल पाएगा। वहीं विधायक महिया ने केऊ नई, जोधासर व मेऊसर में नवीन पशु उपकेंद्र खोलने और मसूरी, साधासर व सावंतसर के पशु चिकित्सालय को प्रथम श्रेणी में क्रमोन्नत करने की मांग सदन के पटल पर रखी।