
समाचार गढ़ 29 मई 2025 राजस्थान सरकार द्वारा 31 मई को रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर महिला सशक्तिकरण को समर्पित एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम राजधानी जयपुर स्थित आरआईसी ऑडिटोरियम में आयोजित होगा, जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित एक अहम बैठक में इस कार्यक्रम को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने इसे महिलाओं और बालिकाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत अवसर बताया और इसे ऐतिहासिक बनाने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम में होंगे बड़े ऐलान और तोहफों की बारिश
इस अवसर पर महिला कल्याण की कई योजनाओं की सौगात दी जाएगी:
150 कालिका यूनिट्स को हरी झंडी दिखाई जाएगी।
लाड़ो प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 32,755 बालिकाओं को राशि हस्तांतरित की जाएगी।
16,944 बालिकाओं को एसटी प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति दी जाएगी।
152 बालिकाओं को सफाई कामगार प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति दी जाएगी।
30,000 छात्राओं को बालिका दूरस्थ शिक्षा योजना के तहत फीस पुनर्भरण राशि प्रदान की जाएगी।
6,489 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के तहत 2,000 छात्राओं को स्कूटी वितरित की जाएगी।
कौन थीं अहिल्याबाई होलकर?
भारत के गौरवशाली इतिहास में अहिल्याबाई होलकर एक ऐसी महिला शासक रहीं, जिन्होंने शासन, सेवा और समाज सुधार में अपने अद्वितीय योगदान से अमिट छाप छोड़ी। उनका जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चौंडी गांव में हुआ था। बचपन में ही मालवा के शासक मल्हार राव होलकर ने उन्हें अपनी पुत्रवधू के रूप में चुना।
अहिल्याबाई ने 1767 से 1795 तक मालवा राज्य की शासन बागडोर संभाली और सुसंस्कृत, न्यायप्रिय एवं लोककल्याणकारी शासक के रूप में प्रसिद्ध हुईं। उन्होंने महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, धर्म और संस्कृति के क्षेत्र में महान कार्य किए। उनका निधन 13 अगस्त 1795 को हुआ था।
राजस्थान सरकार का यह आयोजन न केवल अहिल्याबाई की स्मृति को श्रद्धांजलि है, बल्कि आज की बेटियों के भविष्य को प्रोत्साहित करने का भी सार्थक प्रयास है।