समाचार-गढ़, 15 फरवरी 2023, श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या यहाँ पर ट्रोमा सेन्टर का नहीं होना है। यहाँ पर आए दिन बस, जीप, ट्रक, ट्रेक्टर व मोटर साईकिल आदि वाहनों से दुर्घटनाएँ होती रहती है। श्रीडूंगरगढ़ में ट्रॉमा सेंटर की मांग को लेकर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तुलसीराम जी चौरड़िया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेजकर इसी सत्र में बजट व भूमि उपलब्ध करवाने की मांग की है। चौरड़िया ने बताया कि श्रीडूंगरगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवस्थित है और यहाँ पर कोई ट्रोमा सेन्टर की व्यवस्था ना होने दुर्घनाग्रस्त घायलों को बीकानेर ट्रोमा सेन्टर ले जाना पड़ता है। बीकानेर की यहाँ से लगभग 70 किमी. की दूरी होने के कारण घायलों के बीकानेर ट्रोमा सेन्टर पहुँचते-पहुँचते ईलाज के अभाव में अधिकतर घायलों की मृत्यु हो जाती है।
श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र की लगभग 3,00,000 की आबादी है तथा राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने की के कारण प्रतिदिन सैंकड़ों वाहनों का आवागमन रहता है।
इसके अलावा इस तहसील के आस-पास काफी गाँव व शहर है जैसे- राजलदेसर, रतनगढ़, छापर, बीदासर, सुजानगढ़, सरदारशहर। यहाँ के लोग भी अपना ईलाज लेने बीकानेर जाते हैं । बीकानेर से पहले कोई ट्रोमा सेन्टर नहीं होने के कारण आमजन को बहुत भारी पेरशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बीकानेर से पहले श्रीडूंगरगढ़ में ट्रोमा सेन्टर की नितान्त आवश्यकता है। इससे श्रीडूंगरगढ़ के अलावा आस-पास कस्बे व गाँवों के लोगों का ईलाज तुरन्त हो सकेगा, इससे लोगों की जान बच सकेगी। चौरड़िया ने इस गंभीर समस्या का समाधान के लिए श्रीडूंगरगढ़ में इसी वित्तीय वर्ष में ट्रोमा सेन्टर स्वीकृत करवाकर आमजन को राहत दिलाने की मांग की है।