
समाचार गढ़ 30 अप्रेल 2025 बुधवार को माकपा कार्यालय में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) का तहसील सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सम्मेलन की शुरुआत निवर्तमान अध्यक्ष गौरव द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुई। इसके बाद शहीद वैदिका, शहीद भगत सिंह और बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित कर क्रांतिकारी जोश के साथ कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई।
सम्मेलन में उपस्थित पर्यवेक्षक और मुख्य वक्ताओं का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के पर्यवेक्षक एवं एसएफआई जिला उपाध्यक्ष ओम सिंह भाटी ने संगठन की भूमिका, दिशा और आगामी कार्यों को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने संगठन की मजबूती के लिए गांव-गांव, स्कूल और कॉलेजों में सक्रियता बढ़ाने पर बल दिया।

मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व प्रदेश सचिव अनिल बारूपाल, माकपा तहसील सचिव मुखराम गोदारा, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की प्रदेश सचिव सीमा जैन, जिला उपाध्यक्ष विवेक लावा, पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश ज्याणी, सोम शर्मा और जावेद बेहलीम उपस्थित रहे। वक्ताओं ने संगठनात्मक एकता, छात्र हितों की रक्षा और सामाजिक मुद्दों पर संघर्ष के प्रति विचार साझा किए।
सम्मेलन में सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें जगदीश प्रसाद रेगर को अध्यक्ष, प्रतीक शर्मा को सचिव, सुमित्रा तुनगरिया व अकरम काजी को उपाध्यक्ष, तथा जितेंद्र व कैलाश मेघवाल को सह सचिव चुना गया। इसके अतिरिक्त तालीम, थानाराम, सुनील घोटिया, आरती चौहान, शौकीन सहित 11 सदस्यीय कार्यकारिणी गठित की गई।

सम्मेलन में संरक्षक मंडल के रूप में मुकेश ज्याणी, गौरव, सुभाष जावा, गोपी पूनिया, विजयपाल भुवाल, बीरबल पूनिया तथा विवेक लावा को शामिल किया गया।
सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पारित किए गए, जिनमें श्रीडूंगरगढ़ में खेल मैदान की मांग, भगत सिंह चौक का सौंदर्यकरण, शिक्षा व रेलवे के निजीकरण के विरोध और नशे के बढ़ते प्रकोप पर रोक जैसे मुद्दे प्रमुख रहे।
नव निर्वाचित सचिव प्रतीक शर्मा ने घोषणा की कि आगामी 8 मई को भगत सिंह चौक पर भगत सिंह की मूर्ति लगाने और पार्क के सौंदर्यकरण की मांग को लेकर एसएफआई उपखंड कार्यालय का घेराव करेगी। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष न केवल छात्रों, बल्कि क्षेत्र की जागरूकता और विकास का प्रतीक बनेगा।
सम्मेलन में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। जिनमें इरफान, हर्ष शर्मा, सुरेंद्र लूना, समीर, रितिक, ममता मेघवाल, साजिद काजी, अनिल तोलियासर, आमिर खोखर और आदुराम बाना शामिल रहे।
इस सम्मेलन ने यह साबित किया कि संगठन एक नई ऊर्जा और मजबूत संकल्प के साथ भविष्य की लड़ाई के लिए तैयार है।