समाचार-गढ़, 17 फरवरी, श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र के प्रसिद्ध ज्योतिषी एवं आचार्य राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय ने बताया कि शिव आराधना का पावन महाशिवरात्रि पर्व इस वर्ष दिनांक 18 फरवरी 2023 वार शनिवार को मनाया जाएगा। इस वर्ष महाशिवरात्रि पर्व पर ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग एवं शनि प्रदोष होना एक दुर्लभ संयोग है। शास्त्रों के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग में शिव पूजन करने से भगवान भूतनाथ अपने भक्तों के सभी कार्य सिद्ध करते हैं। शनिवार को सायं 17:41 बजे से सर्वार्थसिद्धि योग आरंभ हो जाएगा जो सम्पूर्ण रात्रि रहेगा।आचार्य ने बताया कि कालसर्प योग से प्रभावित, शारीरिक पिड़ीत, मानसिक तनावग्रस्त जातकों को महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान शिव का पूजन विशेषत:अवश्य करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार चंद्र ग्रह को धन, एवं मन कारक माना जाता है। भगवान शिव पर गाय के कच्चे दूध से अभिषेक करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है बल्कि आर्थिक स्थिति में भी सुधार का मार्ग प्रशस्त होता है। अतः आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करने के लिए शिव पूजन अवश्य करना चाहिए। अविवाहितों को शिघ्र वैवाहिक जीवन प्राप्ति हेतु महाशिवरात्रि पर्व पर शिवगौरी पूजन अवश्य करना चाहिए। महाशिवरात्रि पर्व पर शनि प्रदोष होने के कारण शनि की ढैया एवं साढ़े साती से प्रभावित जातकों को शिव पूजन करने से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने के आसार रहते हैं अतः कर्क, वृश्चिक, मकर, कुंभ, मीन आदि राशि के जातकों को महाशिवरात्रि पर्व पर विशेषत: शिव पूजन करने से शनि की दशा में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने के आसार बन रहे हैं।