
समाचार गढ़, 17 जून, श्रीडूंगरगढ़ । जनस्वास्थ्य एवं अभियंत्रीय विभाग की घोर लापरवाही ने एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बिग्गाबास सहित वार्ड संख्या 19 व 21 में एक सप्ताह से पेयजल संकट गहरा हुआ है, जिसका असर जनजीवन पर साफ नजर आने लगा है।

स्थानीय हरिप्रसाद सिखवाल ने आक्रोश जाहिर किया किया — भयंकर गर्मी में लोगों का गला सूखने पर आया हुआ है, फिर भी प्रशासन चुप्पी साधे हुआ है। सिखवाल ने आरोप लगाया किया कि विभाग के कनिष्ठ अभियंता तो लोगों का फोन तक नहीं उठाते, हर व्यक्ति एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालने में व्यस्त है।
गौरव पथ पर स्थित पुरानी पाइप लाइन या तो नाममात्र का पानी देती है या फिर बिल्कुल सूख चुकी है, जिसके कारण लोगों पर हर रोज़ महंगे टैंकर मंगवाकर प्यास बुझाने का बोझ बढ़ता ही जा रहा है। साथ ही, विभाग ने सप्लाई का जिम्मा एक ठेकेदार पर डाल रखा है, जिसका कोई नियंत्रण या जवाबदेही नहीं है। ठेकेदार द्वारा रखा हुआ स्टाफ हर बार वही बहाना देता हुआ नजर आता है — या तो नलकूप खराब है या फिर टंकी खाली है।

आज महिलाओं ने एकजुट होकर उपखंड अधिकारी और जनस्वास्थ्य अभियंताओं (जेईएन) को ज्ञापन दिया, साथ ही ट्रामा केंद्र पर पहुंचकर समर्थन भी दिया। इस दौरान रमाकांत झंवर, कोशल्या झंवर, संगीता पेड़ीवाल, संतोष, ममता, सीमा, भगवती देवी, कंचन, कांता देवी, धनपति देवी सहित बड़ी संख्या में महिलाएँ मौजूद थीं, जिन्होंने एक साथ समस्या का समाधान किए जाने की मांग की।