
समाचार गढ़, 25 मई 2025, श्रीडूंगरगढ़। बीती रात आए तेज अंधड़ ने श्रीडूंगरगढ़ शहर ही नहीं, आस-पास के ग्रामीण इलाकों को भी अंधेरे में डुबो दिया। रात करीब 10 बजे शुरू हुई तेज हवा और तूफान ने बिजली तंत्र को गहरा झटका दिया। पुराने पोल उखड़ गए, जगह-जगह तारें टूट गईं और कई स्थानों पर लाइनें फाल्ट हो गईं। परिणामस्वरूप शहर के प्रमुख इलाके – अस्पताल क्षेत्र, आडसर बास, कालू बास, रानी बाजार – पूरी रात अंधेरे में रहे। लोगों ने रातभर बिजली बहाल होने की उम्मीद में एक-दूसरे से जानकारी जुटाई, पर बिजली नहीं लौटी।
रविवार सुबह 10.30 बजे तक भी घरों और प्रतिष्ठानों में अंधेरा छाया रहा। बाजार में बिना बिजली के व्यापारी खासे परेशान नजर आए। विभागीय सूत्रों के अनुसार धोलिया लाइन पर गंभीर फाल्ट है, जिसके कारण रात में दो बार 220 केवी जीएसएस भी ट्रिप हो गया। फिलहाल फाल्ट की तलाश की जा रही है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है।
नागरिकों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि शहर की बिजली व्यवस्था को धोलिया लाइन से जोड़ दिया गया। करीब छह माह पूर्व बिंझासर जीएसएस से निकलने वाली गुसाईसर बड़ा गांव की लाइन को सिटी फीडर से जोड़ दिया गया, जो विभागीय नियमों के विरुद्ध बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि राजनीतिक दबाव में यह निर्णय लिया गया था।
अधिकारियों की मानें तो यह लाइन अब लगभग 19 किलोमीटर लंबी हो चुकी है और इसकी पुरानी स्थिति के चलते बार-बार फाल्ट हो रहे हैं। इतना लंबा नेटवर्क होने के कारण फाल्ट ढूंढने में भी घंटों लग जाते हैं, जिसका खामियाजा आधा शहर भुगत रहा है। जागरूक नागरिक पहले से ही इस समस्या की आशंका जताते आ रहे थे, लेकिन अब यह संकट विकराल रूप ले चुका है।
उधर, अस्पताल जैसी जरूरी सेवाओं के लिए श्रीडूंगरगढ़ जीएसएस से वैकल्पिक व्यवस्था के तहत लूपिंग कर आपूर्ति शुरू की गई है। विभाग द्वारा जब गुसाईसर बड़ा लाइन को आइसोलेट किया गया, तब सामने आया कि फाल्ट सिटी लाइन में भी है। अब पूरी टीम फाल्ट ढूंढने में जुटी हुई है।
वहीं शहर से सटे गांव सातलेरा में भी हालात कम खराब नहीं हैं। वहां पिछले 13 घंटे से बिजली गुल है और ग्रामीण खासे परेशान हैं। तेज अंधड़ के बाद से अब तक आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग से जल्द से जल्द समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार हो रही इस परेशानी से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।