
समाचार गढ़ | 17 मई 2025 | श्रीडूंगरगढ़। समाज में दहेज रूपी कलंक के कारण कई महिलाओं की जिंदगी तिल-तिल कर टूट रही है। ताजा मामला माणकरासर गांव की एक विवाहिता का है, जिसे शादी के महज कुछ महीनों बाद ही ससुराल पक्ष ने एक लाख रुपए व मोटरसाइकिल की मांग पूरी न होने पर मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया। विवाहिता छह माह के मासूम बेटे के साथ दर-दर भटकती रही और अब न्याय की गुहार लगाते हुए पुलिस तक पहुंची है।
पीड़िता गंगादेवी पुत्री बालनाथ ने सेरूणा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उसके अनुसार, उसकी शादी 7 जनवरी 2024 को सीकर निवासी विनोदनाथ पुत्र दीननाथ कालबेलिया के साथ हुई थी। विवाह के समय पिता ने अपनी सामर्थ्य से बढ़कर दहेज दिया, लेकिन ससुराल वालों को यह सब नाकाफी लगा। शादी के कुछ ही समय बाद पति विनोदनाथ, नणदोई अंतरनाथ, जेठानी सरोज, काली देवी, जेठ रणजीत और राजूनाथ ने दहेज कम लाने का ताना देते हुए मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना शुरू कर दी।
गंगादेवी ने कई बार अपने मायके पक्ष को इसकी जानकारी दी, लेकिन हर बार उसे समझाकर ससुराल भेज दिया गया। लेकिन 3 मई 2025 को आरोपियों ने दहेज में एक लाख रुपये नकद और एक मोटरसाइकिल की मांग करते हुए उसे बेरहमी से पीटा और मासूम बेटे के साथ घर से बाहर निकाल दिया।
इसके बाद उसका भाई उसे वहां से फतेहपुर और चूरू के अस्पतालों में इलाज के लिए ले गया और बाद में उसे मायके माणकरासर लेकर आया। अब आरोपी न केवल उससे मुंह मोड़ चुके हैं, बल्कि उसका स्त्रीधन लौटाने से भी इनकार कर रहे हैं।
सेरूणा पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। मामला गंभीर है और पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए छानबीन में जुट गई है।