यहां की नगरपालिका को अब कहने लगे हैं ‘नरकपालिका’ सब मौन, अब सुने कौन?
समाचार-गढ़, 20 मई 2023। ये ऊपर जो तस्वीर है श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका क्षेत्र की है। लेकिन अब यहां के लोग इसे नरकपालिका भी कहने लगे है। क्योंकि यहां मुख्य बाजार की स्थिति किसी नरक से कम नहीं है। सब्जी मण्डी, बैंक, पोस्ट ऑफिस, बालिका विद्यालय, मेडिकल स्टोर व सरकारी अस्पताल अगर जाना हो तो इसी कीचड़ भरी गलियों से गुजरना होगा। ये तस्वीर सिर्फ आज की नहीं है। आये दिन यहां नागरिक इस समस्या से जूझ रहे है लेकिन वर्षो बीत जाने के बाद भी कोई जनप्रतिनिधि या अधिकारी इसका समाधान नहीं कर पाया या यूं कहे कि करना नहीं चाहता। इसके पीछे उनकी मंशा चाहे कुछ भी रही हो लेकिन जनता का क्या? वह तो इसी उम्मीद में वोट देती है कि पानी, सड़क, सफाई व स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं उन्हें मिलेगी। लेकिन हर बार उनके साथ होता है छलावा! वर्षो से यहां नगरपालिका पर भाजपा का दबदबा है लेकिन विकास के नाम पर यहां बहुत ज्यादा कुछ हुआ नहीं। तस्वीरें सब कुछ बयां कर रही है। अभी पिछले कुछ वर्षो में भाजपा के पाषर्दो की संख्या भी कम हुई है पिछले से पिछले चुनाव में 30 वार्डो में भाजपा के 27 पार्षद थे उसके बाद 30 में से 14 लेकिन बोर्ड भाजपा का ही बना। वर्तमान में 40 वार्डो में 23 भाजपा के पार्षद है। क्या नगरपालिका की इसी कार्यशैली के कारण कस्बे के नागरिकों ने भाजपा से मुंह फैरना शुरू कर दिया है। जनता की नाराजगी जायज भी है क्योंकि जब वह ऐसे कीचड़ से गुजरेगी तो नाराज होगी ही। इसी नगरपालिका पर पिछले काफी समय से भ्रष्टाचार के आरोप भी लग रहे है। लेकिन कस्बे की मूकबधीरता के कारण ही ऐसा संभंव है। उनकी चुप्पी ही जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को ऐसा करने के लिए मौका देती है। कांग्रेस प्रतिपक्ष भी कुछ करने में असफल है। अगर अब भी कस्बे की ऐसी स्थिति बनी रही तो यह यहां के नागरिकों के लिए किसी दुर्भाग्य से कम नहीं है। यहां के नागरिक ऐसी नरकपालिका में रहने व जीने के आदि हो गए है।
यहां की नगरपालिका को अब कहने लगे हैं ‘नरकपालिका’ सब मौन, अब सुने कौन?
Leave a comment
Leave a comment