
समाचार गढ़, 18 जून, श्रीडूंगरगढ़। हड्डियों के ढांचे की कमजोरी खतरनाक है। इसकी वजह से चलना भी भारी पड़ सकता है। विटामिन डी और कैल्शियम की कमी से हड्डियों से ताकत छीन लेती है। इसकी वजह से ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी हो जाती है। गठिया का दर्द भी परेशान कर सकता है। लेकिन एक बेल का इस्तेमाल करने से इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
हड्डियां मजबूत कैसे बनाएं? इस बेल को हड़जोड़ कहा जाता है। हड्डियों को मजबूत बनाने की क्षमता की वजह से ही इसे यह नाम दिया गया है। आयुर्वेद में इसका सही इस्तेमाल भी बताया गया है। आइए जानते हैं कि हड़जोड़ के कितने फायदे हैं और इसका सेवन या उपयोग करने का तरीका क्या है?
फटाक से जोड़ देगी हड्डियां
हड्डियां कमजोर होने की वजह से फ्रैक्चर होना आम बात है। ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी भी फ्रैक्चर का खतरा बढ़ा देती है। आयुर्वेद में हड़जोड़ को हड्डियों जोड़ने वाला बताया गया है। यह हड्डियों को वापिस विकसित होने में मदद करती है और ताकत देती है।
ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया का इलाज
ऑस्टियोपोरोसिस में बोन डेंसिटी कम हो जाती है। गठिया में भयानक दर्द का सामना करना पड़ता है। एक शोध बताता है कि इस बेल के हिस्सों में ऑस्टियोपोरोसिस मार्कर कम करने की ताकत होती है। साथ ही इंफ्लामेशन दूर करके गठिया में राहत देते हैं।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम
यह विभिन्न समस्याओं का एक ग्रुप है। जिसकी वजह से हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। बेली फैट, हाई बीपी, हाई ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल व ट्राइग्लिसराइड का बढ़ना मेटाबॉलिक सिंड्रोम के अंदर आता है। हड़जोड़ का इस्तेमाल इन्हें कंट्रोल करने में मदद करता है।
हड़जोड़ के सारे फायदे
बवासीर में फायदेमंद
मोटापा कम करना
अस्थमा मैनेज करना
मसल्स बनाने वाला
मलेरिया के लक्षणों में कमी
पीरियड्स पेन में आराम
पेट खराब होने से बचाने वाला
हड़जोड़ खाने का तरीका
हड़जोड़ का चूर्ण और जूस सेवन किया जा सकता है। एक सामान्य व स्वस्थ व्यक्ति के लिए 2.5 ग्राम हड़जोड़ चूर्ण लेना सही है और 10 से 20 ml जूस ले सकते हैं। इसे दूध, पानी या देसी घी के साथ लेना पड़ता है। अपने लिए सही तरीका जानने के लिए किसी आयुर्वेदिक या नैचुरोपैथिक एक्सपर्ट से बात करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।