
समाचार गढ़, 11 जून 2025। नकली खाद-बीज के मामले को लेकर भारतीय किसान संघ सक्रिय हो गया है। तहसील अध्यक्ष बजरंग धारणियाँ की ओर से राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के नाम ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी उमा मित्तल को सौंपा है। ज्ञापन में नकली बीज और डीएपी बेचने वाले व्यापारियों व उनसे सांठगांठ करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
भारतीय किसान संघ ने मंत्री को संबोधित पत्र में हाल ही में हुई छापेमारी की सराहना करते हुए इसे किसानों के हित में उठाया गया सराहनीय कदम बताया है। संगठन ने मांग की है कि इस कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाए।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि बीकानेर और नोखा क्षेत्र में नकली डीएपी ईफको कंपनी के थैलों में भरकर बेचा जा रहा था, और इसमें कंपनी के प्रबंधकों के रिश्तेदारों की संलिप्तता भी सामने आई है। हैरानी की बात यह रही कि कृषि विभाग द्वारा भेजे गए सेम्पल फेल होने के बावजूद, कार्रवाई केवल दिखावटी रही।
किसान संघ ने यह भी आरोप लगाया है कि बीकानेर जिले में बिना रेक आए भी नकली डीएपी खुलेआम बेची जा रही है। बड़े व्यापारियों के कई गोदाम हैं लेकिन जांच केवल एक ही गोदाम तक सीमित रही। विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत की ओर भी संगठन ने स्पष्ट इशारा किया है। साथ ही, कुछ अधिकारियों की खाद-बीज दुकानों में भागीदारी होने और एक लाइसेंस पर कई दुकानों के संचालन का भी गंभीर आरोप लगाया गया है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि देहात क्षेत्र में स्थिति और भी खराब है, जहां किसानों को घटिया गुणवत्ता का बीज व खाद मिल रहा है। छतरगढ़ तहसील के एक गांव में तो नकली पेस्टीसाइड्स से भरी पूरी गाड़ी सड़क पर खाली कर दी गई, जिसकी अब तक कोई जांच नहीं हुई है।

किसान संघ ने मांग की है कि जयपुर या अन्य किसी स्वतंत्र एजेंसी की टीम द्वारा पूरे बीकानेर जिले में जांच करवाई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिले। इसके साथ ही ईफको केस में निष्पक्ष जांच एजेंसी को शामिल कर दोषियों को पकड़ा जाए। किसान संघ ने सरकार से अपील की है कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं।