समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे की तुलसी मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर के प्रशासक सूर्य प्रकाश गांधी ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान में चल रहे नियमित योग एवं प्रेक्षा ध्यान शिविर में योगाचार्य ओपी कालवा कस्बे के गणमान्य योग प्रेमियों को सम्बोधित करते हुए विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का उद्देश्य वनस्पतियों और जीवों जैसे प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करना है। पृथ्वी की सुंदरता को बनाए रखने के लिए हमें इसके संसाधनों का ख्याल रखना होगा। प्राथमिक लक्ष्य उन वनस्पतियों और जीवों को बचाना है जिन पर विलुप्त होने का ख़तरा मंडरा रहा है। हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण के संरक्षण के लिए मनाया जाता है। पृथ्वी ने हमें पानी, हवा, मिट्टी, खनिज, पेड़, जानवर, भोजन आदि जैसी जीने के लिए बुनियादी आवश्यकताएं प्रदान की हैं। इसलिए हमें प्रकृति को स्वच्छ और स्वस्थ रखना चाहिए। प्रकृति का संरक्षण अत्यन महत्वपूर्ण है, इसकी बिगड़ती स्थिति के लिए औद्योगिक विकास सहित कई अन्य कारक जिम्मेदार हैं। हम जो कुछ भी करते हैं, वह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रकृति को प्रभावित करता है। इसीलिए हमें किसी प्रकार का क़दम उठाने से पहले सोचना चाहिए कि इससे प्रकृति पर कोई नकारात्मक प्रभाव तो नहीं पड़ेगा । शिविर में कस्बे के योग प्रेमी हरि प्रसाद चौधरी, नरेंद्र सिंह राजपुरोहित, मूलचंद पालीवाल, मंजू देवी चौधरी, गुड़िया नैण, खींयाराम सोनी, किशन लाल भादू, शंकर लाल भूंवाल आदि ने प्रकृति को बचाने का संकल्प लेते हुए दृढ़ प्रतिज्ञा ली। इस दौरान कस्बेवासियों ने योग शिक्षक ओपी कालवा का आभार जताया और कहा कि शिविर में समय समय पर सामाजिक जनजागरूकता व विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते रहे।

