समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। राजस्थान के तैतीस जिलों में संकल्पित सनातन धर्म यात्रा का समापन कर बुधवार को दोपहर युवा संत संतोष सागर स्थानीय घूमचक्कर पर पहुंचे तब नगर के कृतज्ञ नर नारियों ने सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे होकर पुष्प वर्षा की तथा फूलमालाओं से लाद दिया।
नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए सनातन धर्म यात्रा का दल कालूबास के पाराशर मंदिर पहुंचा। वहां सभा को संबोधित करते हुए युवा संत संतोष सागर ने कहा कि एक वर्षीय सनातन धर्म यात्रा में साढे तीन लाख विद्यार्थियों को निशुल्क गीता प्रदान की गई तथा पर्यावरण संरक्षा के निमित्त यज्ञ किए गए तथा कथा के द्वारा सामान्य जन को उद्बोधित किया गया।
युवा संत का गौ माता भंडारा गौशाला समिति द्वारा भी शॉल, फूलमाला, साफा व 11 हजार रुपये की राशि भेंट की गई। कल जयपुर में प्रांत के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को श्रीमद्भगवद्गीता को पाठ्यक्रम में लागू करने के लिए ज्ञापन दिया गया। जयपुर में गीता भवन का निर्माण करवाया जाएगा। अगले दिनों में नगर के विद्यार्थियों को संस्कारित करने के लिए उन्हें गीता अध्ययन में पारंगत किया जाएगा। पत्रकार शिवकुमार तिवाड़ी ने एक वर्षीय सनातन धर्म यात्रा के संस्मरण सुनाए। डाॅ चेतन स्वामी ने कहा कि यह यात्रा अपने संकल्प और लक्ष्यों को प्राप्त कर पाई है, उसके पीछे नगर के सद्भावी जनों का बहुत बड़ा हाथ रहा है। नगर की सभी विशिष्ट संस्थाओं की ओर से महाराज श्री का यहां शाॅल, साफा ओढाकर स्वागत किया गया। पाराशर मंदिर में अपार जन उपस्थिति रही।

