समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ में बरसात के दिनों में लोग काफी परेशान एवं शर्मनाक स्तिथि से गुजरते हुए नगर पालिका की सफाई व्यवस्था से काफी नाराज है। कस्बे में साफ सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जगह जगह पर बरसात का पानी एवं कीचड़ का साम्राज्य नजर आ रहा है। मुख्य बाजार हो या कस्बे का सौंदर्य कहा जाने वाला घूमचक्कर हो या फिर कस्बे के वार्ड गलिया हो सब जगह कीचड़ एवं गंदगी का अंबार लगा हुआ नजर आयेगा। कस्बे का पुराना एवं श्रीडूंगरगढ़ का सिरमौर ताल स्कूल के नाम से प्रसिद्ध हाई सीनियर सैकंडरी स्कूल तो वर्तमान में नारक शाला बन हुआ नजर आ रहा है। श्रीडूंगरगढ़ शहर के गंदे पानी ने शिक्षा के इस मंदिर को इतना अपनी आगोश में घेर लिया है कि स्कूल के चारो तरफ तीन से चार फीट तक पानी ही पानी नजर आ रहा है यहां तक कि बच्चो के लिए पानी पीने के लिए बनी टंकी तक ये गंदा पानी पहुंच गया है। कक्षा 12 के छात्र श्रवण कुमार, सुशील कुमार, पवन सहित छात्रों ने बताया कि बदबू मारते गंदे पानी के कारण हमारी पढ़ाई व्यवस्था बाधित हो रही है।विद्यालय भवन पर हर समय मौत का साया मंडरा रहा है विद्यालय की दीवारें सीलन से खोखली होती जा रही है। स्कूल के विद्यार्थियों ने कहा कि अगर पानी निकासी की स्थाई व्यवस्था नगर पालिका द्वारा नहीं की गई तो बच्चे पढ़ाई छोड़कर सड़क पर उतर जाएंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।
विद्यालय में पानी घुसने की सूचना पर उपखंड अधिकारी डॉ दिव्या चौधरी ने हरकत में आते हुए श्रीडूंगरगढ़ नगर पालिका को आड़े हाथों लेते हुए गंदे पानी से घिरे विद्यालय को तुरंत गंदे पानी से मुक्त करने के निर्देश जारी करने के बाद हरकत में आई नगर पालिका ने पानी निकासी का काम शुरू कर दिया है।इसके अलावा मुख्य बाजार घुमचक्कर पर बरसात के पानी से बने दलदल से यात्री काफी परेशान नजर आ रहे हैं। घुमचक्कर पर बीकानेर की तरफ जाने वाली बसों के ठहराव स्थल पर यात्रियों को कीचड़ में खड़े होकर ही बसे पकड़नी पड़ रही है। आम जन अब यही पुकार करते हुए नजर आ रहे हैं कि जागो प्रशासन अब तो जागो ।


